प्रतिबंध के बाद भी बिक रहा है चीन का लहसुन
मसड़ा बाजार में चीन का लहसुन प्रतिबंध के बावजूद धड़ल्ले से बिक रहा है। उच्च न्यायालय ने सरकार से जवाब मांगा है कि यह लहसुन कैसे बिक रहा है। जानकारों के अनुसार, चीन के लहसुन में कीटनाशकों का उच्च स्तर...
मसड़ा बाजार, संवाददाता। प्रतिबंध के बावजूद चीन का लहसुन मुख्यालय समेत ग्रामीणांचल की बाजारों में धड़ल्ले से बिक रहा है। जिला प्रशासन की ओर से ध्यान न दिए जाने से दुकानदार ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में लोगों के सहेत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। बीतें दिनों उच्च न्यायालय ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए सरकार से जवाब मांगा था कि प्रतिबंध के बाद भी चीन का लहसुन यहां यहा पहुंचने के बाद कैसे बिक रहा है। अदालत से इस पर कठोर कार्रवाई की जरूरत भी बताया। जानकारों की माने तो चीन के लहसुन में कीटनाशकों का उच्च स्तर होता है और उसके फंगसयुक्त होने का भी डर होने से इस पर बैन लगाया गया था। देसी लहसुन से काफी सस्ता होने की वजह से अवैध तरीके बाजार में उतारा गया है। देसी लहसुन से काफी सस्ता होने से व्यवसायी ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में इसकी बिक्री कर रहे हैं लेकिन यह लोगों के सेहत के साथ बड़ा खिलवाड़ है। चीन दुनिया में लहसुन का सबसे बड़ा उत्पादक देश है और वहां इसे उगाने में बहुत ज्यादा केमिकल और कीटनाशकों का इस्तेमाल किया जाता है जो सेहत के लिए खतरनाक है। चीनी लहसुन को पहचानना बहुत आसान है। उसका रंग, आकार और उसकी गंध देसी लहसुन से अलग होता है। चीनी लहसुन आम तौर पर देसी लहसुन के मुकाबले छोटे होते हैं। वह हल्के सफेद और हल्के गुलाबी रंगत लिए हुए होते हैं। दूसरी तरफ देसी लहसुन साइज में बड़े होते हैं और उनका रंग सफेद या फिर क्रीम कलर का होता है। दोनों के सुगंध में भी फर्क है। देसी लहसुन की गंध तेज होती है जबकि चाइनीज लहसुन की गंध हल्की होती है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।