अम्बेडकरनगर-निज भाषा के बिना उन्नति नहीं कर सकता राष्ट्र
अम्बेडकरनगर में हिन्दी दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। स्कूल और कॉलेजों में प्रतियोगिताएं हुईं और विजेताओं को सम्मानित किया गया। प्राचार्य ने हिंदी को भारतीय संस्कृति और एकता का प्रतीक बताया।...
अम्बेडकरनगर, संवाददाता। हिन्दी दिवस के मौके पर जिले में विविध कार्यक्रम हुए। स्कूल कॉलेजों में हिन्दी विषय पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया। कॉलेजों में हिन्दी पखवाड़े का शुभारंभ भी किया गया। आयोजित कार्यक्रमों में लोगों को कार्यालयी कार्यों में हिन्दी भाषा के अधिक से अधिक प्रयोग का आह्वान किया गया। नगर के रमाबाई पीजी कालेज में राजभाषा हिन्दी विषय पर विचार गोष्ठी हुई। साथ ही हिन्दी पखवाड़े का शुभारंभ हुआ। शुभारंभ करते हुए प्राचार्य प्रो. शेफाली सिंह ने कहा कि सांस्कृतिक विविधता वाले भारत देश में हिंदी ही ऐसी भाषा है जो लोगों को जोड़कर रखने में अहम भूमिका निभाती है। भारत के विकास में हिंदी भाषा की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है। भारतीय होने के नाते हमें अपनी राष्ट्रीय भाषा का सम्मान करना चाहिए। प्रोफेसर सुधा ने कहा कि हिंदी सिर्फ एक भाषा नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और एकता का प्रतीक है। प्रोफेसर अरविंद कुमार वर्मा, डॉ अनूप पांडे, डॉ कृष्ण कुमार विश्वकर्मा, छात्रा निष्ठा, मानवी वर्मा, शुभा सिंह, दीप माला, प्रज्ञा, अनुष्का व शिवांगी ने अपने विचार व्यक्त किए। उधर राजकीय हाई स्कूल जहांगीरगंज में वाद विवाद और क्विज प्रतियोगिता हुई। प्रधानाचार्य सुरेश लाल श्रीवास्तव ने कहा कि पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन मूल्यों को नैतिकता से संबलित करने वाली मातृभाषा हिंदी का बखान जितना भी किया जाय कम है। हिंदी भारतीय संस्कृति की उद्भाविनी, विकास की उत्प्रेरक तथा प्राण दायिनी भाषा है। शिक्षक मुकेश कुमार, राम जतन वर्मा, छात्रा आस्था ने विचार व्यक्त किए। इस दौरान हुई प्रतियोगिता में अभ्यास को प्रथम, नीलमेंद्र को द्वितीय और श्वेता को तृतीय स्थान मिला। प्रधानाचार्य ने सभी को पुरस्कृत किया।
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