डॉ. शाश्वत को आई लव यू का मैसेज भेजता था डॉ.सुयश
डॉ. शाश्वत का हत्यारोपित डॉ. सुयश पिछले डेढ़ साल से उसे परेशान कर रहा था। उसकी उलजुलूल हरकतें ऐसी थी कि आए दिन डॉ. शाश्वत से उसकी झड़प होती थी। सुयश की हरकतों के बारे में डॉ.शाश्वत ने दिल्ली में रहने...
डॉ. शाश्वत का हत्यारोपित डॉ. सुयश पिछले डेढ़ साल से उसे परेशान कर रहा था। उसकी उलजुलूल हरकतें ऐसी थी कि आए दिन डॉ. शाश्वत से उसकी झड़प होती थी। सुयश की हरकतों के बारे में डॉ.शाश्वत ने दिल्ली में रहने वाली अपनी मौसी डॉ.शुभ्रा को बताया था। जिसकी शिकायत करने पर पहली बार कॉलेज प्रशासन ने डॉ. सुयश के खिलाफ कार्रवाई की थी।इलाहाबाद से 2015 में डॉ. शाश्वत दिल्ली पढ़ने गया था। शुरुआत में वह अपनी मौसी डॉ. शुभ्रा पांडेय के घर रहा लेकिन बाद में पढ़ाई के लिए करोलबाग नई दिल्ली में कमरा लेकर रहने लगा। इस दौरान कॉलेज में डॉ. सुयश से उसकी दोस्ती हुई। पढ़ाई में डॉ. शाश्वत मदद करता था। मददगार दोस्त पाने के बाद सुयश शाश्वत के पीछे ही पड़ गया। डॉ. शाश्वत की मौसी डॉ. शुभ्रा ने बताया कि हत्यारोपित ने उनके बेटे को परेशान कर रखा था। करीब एक साल पहले डॉ. शाश्वत उनके घर पहुंचा और रात में वहीं रुक गया। अगले दिन कॉलेज में सुयश उससे पूछताछ करने लगा कि रात में कमरे में क्यों नहीं थे। बिना बताए कहां चले गए थे। डॉ शाश्वत इस बात से हैरान रह गया कि इस तरह के सवाल वह क्यों पूछ रहा है। मामला इतना बढ़ गया कि मारपीट की नौबत आ गई। मारपीट का मामला कॉलेज प्रशासन तक पहुंच गया। डॉ. शाश्वत ने इसकी लिखित शिकायत कॉलेज प्रशासन से की। जब इस बात की जानकारी डॉ. शुभ्रा को हुई तो उन्होंने मुकदमा दर्ज कराने की बात कही लेकिन कॉलेज प्रशासन ने बदनामी की बात कहते हुए खुद ही कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके बाद डॉ. सुयश के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कॉलेज से उसे निकाल दिया गया।आरोपित डॉक्टर का एक रिश्तेदार उसी कॉलेज में बड़े पद पर तैनात है। उनकी मिलीभगत से सुयश की वापसी हो गई। इसके बाद वह फिर डॉ. शाश्वत को परेशान करने लगा। उससे माफी मांगकर दोस्ती करने की कोशिश की। उस वक्त शाश्वत को कॉलेज में ही रूम मिल गया था। डॉ. सुयश उसको रूम पार्टनर बनाने का दबाव बना रहा था, लेकिन डॉ. शाश्वत ने मना कर दिया। डॉ. शुभ्रा बताती हैं कि सुयश अश्लील बातें करता था। शाश्वत को वह व्हाट्सएप पर आई लव यू लिखकर भेजता था। प्यार भरी बातें करने के लिए कहता था। डॉ. शाश्वत ने अपनी परेशानी मौसी को बताई थी। मौसी से पुलिस से शिकायत करने की धमकी दी तो कॉलेज प्रशासन ने फिर मना कर दिया। इसके बाद फिर विवाद हुआ तो एक दिन सुयश चाकू लेकर कॉलेज में घुस गया। कॉलेज प्रशासन का कहना था कि उस केस में उन्होंने मुकदमा दर्ज कराया था लेकिन अभी तक एफआईआर की कॉपी परिजन को नहीं मिली है। बेटे की हत्या के लिए परिजन कॉलेज प्रशासन को कम जिम्मेदार नहीं मानते हैं। उनका कहना है कि लगातार परेशान करने वाले डॉ. सुयश के खिलाफ अगर पहले ही ठोस कार्रवाई हो गई होती तो आज ये नौबत नहीं आती।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।