बांके बिहारी मंदिर जाने वाले रास्तों हटाए जाएंगे अतिक्रमण, इलाहाबाद हाईकोर्ट का निर्देश
- वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर जाने वाले सभी रास्तों से अतिक्रम हटाए जाएंगे। इसके लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने निर्देश दिया है। साथ ही मथुरा प्रशासन द्वार सौंपी गई रिपोर्ट में 81 अतिक्रमण स्थल को चिह्नित किया गया है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने वृंदावन से बांके बिहारी मंदिर जाने वाले सभी रास्तों से चिह्नित 81 अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया है। मथुरा जिला प्रशासन ने कोर्ट में रिपोर्ट सौंपी है कि कुल मिलाकर रास्तों में 81 अतिक्रमण स्थल चिह्नित किए गए हैं। इस पर कोर्ट ने इन अतिक्रमणों को हटाकर अगली सुनवाई पर हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है।
यह आदेश न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा एवं न्यायमूर्ति राम मनोहर नारायन मिश्र की खंडपीठ ने मंगलवार को बांके बिहारी कॉरिडोर मामले को लेकर दाखिल अनंत शर्मा व अन्य की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया है। जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि नगर निगम को भी याचिका में पक्षकार बनाया जाए। साथ ही नगर निगम को अतिक्रमण हटाने में सहयोग करने का निर्देश दिया है।
वहीं इस दौरान मुख्य सेवाधिकारी अशोक गोस्वामी के वकील शशि शेखर मिश्र ने कहा कि प्रशासन बुधवार को होने वाले शरद पूर्णिमा के दिन मंदिर के खुलने का समय 6 बजे कर दिया है। जबकि कोर्ट ने पूर्व के आदेश में मंदिर प्रबंधन में प्रशासन के हस्तक्षेप पर रोक लगाई थी। इस पर कोर्ट ने जवाब मांगा है। मामले की अगली सुनवाई 18 नवंबर को होगी।
बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालु की बिगड़ी तबीयत
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में शनिवार को भीड़ उमड़ पड़ी। मंदिर के अंदर भीड़ के दबाव अधिक होने के कारम एक श्रद्धालु की तबीयत ख़राब हो गई। जिसके बाद आनन-फानन में उसे एम्बुलेंस से सौ शैय्या अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के बाध उसे छुट्टी दे दी गई।
विजय दशमी पर्व और वीकेंड होने के कारण शनिवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिये पहुंचे। मंदिर के अंदर श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ जमा हो गई। निजी सुरक्षा कर्मियों और पुलिस द्वारा भीड़ को बाहर निकाला जाता रहा। शाम को हरियाणा के पानीपत से आए 23 वर्षीय श्रद्धालु करन की तबीयत खराब हो गई। सांस लेने में समस्या होने पर उनकी बेहोशी की हालात हो गई। उसके साथ आये अन्य श्रद्धालु मंदिर पर मौजूद डॉक्टरों के पास लेकर गये। डॉक्टरों द्वारा प्राथमिक उपचार देने के बाद भी उन्हें राहत नहीं मिली तो सौ शैय्या अस्पताल रेफर कर दिया। मंदिर के पास खड़ी एम्बुलेंस के जरिये श्रद्धालु को सौ शैय्या अस्पताल ले जाया गया, जहां आपातकालीन विभाग में उपचार के बाद छुट्टी दी गई।