बंद हो सकती है कासिमपुर की 110 मेगावाट की यूनिट
प्रदूषण नियंत्रण अथॉरिटी के मानकों पर खरा नहीं उतरने वाली कासिमपुर पावर प्लांट की 110 मेगावाट यूनिट पर बंद होने संभावना...
प्रदूषण नियंत्रण अथॉरिटी के मानकों पर खरा नहीं उतरने वाली कासिमपुर पावर प्लांट की 110 मेगावाट यूनिट पर बंद होने संभावना है। आगामी दिनों में बढ़ने वाले वायु प्रदूषण के मद्देनजर इस इकाई को बंद किया जा सकता है। हालांकि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को इसको लेकर केंद्र, राज्य या फिर ईपीसीए की ओर से कोई आदेश नहीं मिला है।
दरअसल हरदुआगंज के कासिमपुर पावर प्लांट में 110 मेगावाट की सबसे पुरानी यूनिट है, जो सन 1975-76 में स्थापित हुई थी। प्रदूषण नियंत्रण अथॉरिटी के नियमों पर अब यह यूनिट खरी नहीं उतर रही है। करीब 45 साल पुरानी यूनिट की स्थापना के दौरान नियम कायदे कुछ और थे। अब ईपीसीए के नियम इंडस्ट्री को लेकर कठिन हो गए हैं। कासिमपुर पावर प्लांट की 110 मेगावाट की यूनिट का या तो ईपीसीए के मानकों पर नए सिरे से बदलाव किया जाए या फिर इसको बंद किया जा है, ये दो विकल्प बचे हैं। हालांकि सूत्रों की मानें तो मैनेजमेंट इसको पूरी तरह से बंद करने की तैयारी में है। इसका संचालन साल में कभी एक या दो बार ही होता है। इसमें काम करने वाले कर्मचारियों को भी दूसरी यूनिट में शिफ्ट किया जा चुका है। यूनिट बंद होने से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। कासिमपुर पावर प्लांट में 660 मेगावाट की दूसरी इकाई का निर्माण चल रहा है।
निरीक्षण में बंद मिली है इकाई
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी राम गोपाल ने बताया कि कासिमपुर पावर प्लांट की 110 मेगावाट की यूनिट काफी पुरानी है। इसका संचालन बंद रहता है। गर्मियों में कभी-कभार संचालन होगा। निरीक्षण में यूनिट कई बार बंद पाई गई है। 660 मेगावाट की दूसरी यूनिट का निर्माण चल रहा है। पुरानी यूनिट को बंद कराने को लेकर कोई आदेश नहीं मिला है।
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