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अजब गजब...मजिस्ट्रेट के खिलाफ पुलिस सब इंस्पेक्टर बैठ गए रेल की पटरी पर सब हेड...
अजब गजब...न्यायिक अधिकारी के खिलाफ पुलिस सब इंस्पेक्टर बैठ गए रेल की पटरी पर सब हेड...
बन्नादेवी थाना में दी तहरीर में न्यायिक अधिकारी पर लगाए गंभीर आरोप, आत्महत्या का था प्रयास
--प्वाइंटर--
सब इंस्पेक्टर का आरोप-पांच बाइक चोर कोर्टमें पेश करने पर न्यायिक अधिकारी ने की अभद्रता
एसपी सिटी ने पुष्टि करते हुए बताया कि मामले में शुरू की गई जांच, घटना का वीडियो वायरल
अलीगढ़। महानगर के बन्नादेवी थाने के सब इंस्पेक्टर सोमवार को एक न्यायिक अधिकारी के व्यवहार से इतने आहत हो गए कि वे आत्महत्या को रेल पटरी पर पहुंच गए। कई घंटे की खोज के बाद दरोगा को समझा-बुझाकर खुद इंस्पेक्टर व अन्य दरोगा थाने लेकर आए। जहां उन्होंने न्यायिक अधिकारी के खिलाफ अभद्रता के आरोप लगाते हुए तहरीर दे दी है। एसपी सिटी ने घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए जांच कराए जाने की बात कही है। वहीं रेल पटरी पर बैठे दरोगा का वीडियो भी वायरल हो रहा है।
घटनाक्रम के अनुसार बन्नादेवी पुलिस ने सोमवार को दिन में पांच बाइक चोरी के आरोपी गिरफ्तार किए, जिनसे सात दोपहिया वाहन भी बरामद हुए। गिरफ्तार आरोपियों को थाने की रसलगंज चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर सचिन कुमार रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेशी के लिए लेकर गए। जहां न्यायिक अधिकारी पांच बजे करीब आए। उनके समक्ष रिमांड संबंधी प्रपत्र पेश किए। एसआई सचिन कुमार का आरोप है कि उन्हें रात्रि दस बजे तक वहां रोके रखा गया और कई बार करीब हर दस मिनट बाद अपने विश्राम कक्ष में बुलाया गया। जहां उनके साथ न्यायिक अधिकारी द्वारा अभद्रता की गई और धमकाया। साथ में यहां तक कहा गया कि तुम इन मुल्जिमों को फर्जी पकड़कर लाए हो। हालांकि बताया गया कि उनसे चोरी के दोपहिया वाहन, उनके पार्ट्स आदि बरामद हुए हैं। सभी का आपराधिक इतिहास भी है। सचिन के अनुसार उनके द्वारा बार-बार अनुरोध भी किया गया। मगर न्यायिक अधिकारी ने रिमांड स्वीकृत नहीं किया गया और मर्यादा पार करते हुए मुझे आत्महत्या का कदम उठाने के लिए विवश कर दिया। इसी के चलते वह आत्महत्या करने सीमा फाटक व जेल पुल के मध्य ट्रैक पर आत्महत्या करने पहुंच गया। हालांकि दरोगा को खोजते हुए इंस्पेक्टर बन्नादेवी पंकज मिश्रा और अन्य कई दरोगा पहुंच गए। उन्हें समझाकर बुलाकर थाने लेकर गए। जहां दरोगा ने उन्हें लिखित में दिया है। एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक के अनुसार मामले में लिखित आरोपों के अनुसार जांच कराई जा रही है और वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
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इंस्पेक्टर को बताकर किया फोन बंद, तब शुरू हुई तलाश
न्यायिक अधिकारी द्वारा रिमांड मंजूर न किए जाने और अभद्रता से आहत होकर दरोगा सचिन ने सबसे पहले इंस्पेक्टर को सूचना दी कि वह आत्महत्या करने जा रहा है। फिर अपना मोबाइल बंद कर लिया। इस सूचना पर सभी लोग दंग रह गए। दो तीन टीमें लगाकर दरोगा की तलाश शुरू हुई। एक टीम को घर भेजा गया। दूसरी टीम को रेलवे ट्रैक-स्टेशन पर व बस स्टैंड पर लगाया गया। इसी बीच दरोगा मिल गया। जिसे समझाकर लाया गया।
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वर्जन
-ये मामला जिला जज के संज्ञान में लाया गया है। उनको पूरा विषय भी लिखित में भेजा जा रहा है। बाकी विभागीय जांच भी कराई जा रही है।-संजीव सुमन, एसएसपी
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