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आम जीवन में मोबाइल के दखल से प्रभावित हो रही मानसिकता

Aligarh News - अलीगढ़ में हिन्दुस्तान स्वास्थ्य संकल्प कार्यक्रम में चिकित्सकों ने मोबाइल के अधिक उपयोग से बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में जागरूक किया। कार्यक्रम में सौ से अधिक बच्चों की...

Newswrap हिन्दुस्तान, अलीगढ़Tue, 29 April 2025 04:03 AM
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आम जीवन में मोबाइल के दखल से प्रभावित हो रही मानसिकता

फोटो.. हिन्दुस्तान स्वास्थ्य संकल्प कार्यक्रम में चिकित्सकों ने दिए व्याख्यान

आम जीवन में कम करें मोबाइल का उपयोग, स्वस्थ रहें बच्चे

ज्यादा मोबाइल के उपयोग से बच्चों में घट रही एकाग्रता

सौ से अधिक बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की चिकित्सकों ने

अलीगढ़, कार्यालय संवाददाता। मोबाइल आम जीवन के लिए जितना फायदेमंद होता है, उतना ही खतरनाक भी हो सकता है। मोबाइल के ज्यादा उपयोग से आखों पर असर तो होता ही है, साथ ही मानसिकता भी प्रभावित होती है। आपके अखबार हिन्दुस्तान की ओर से हिन्दुस्तान स्वास्थ्य संकल्प के तहत खिरनी गेट स्थित विट कंप्यूटर में सोमवार को बच्चों की नि:शुल्क स्वास्थ्य की जांच की गई। चिकित्सकों ने अपने-अपने व्याख्यान से जागरूक भी किया।

कार्यक्रम में चिकित्सकों ने बताया कि किस तरह हम मोबाइल की गिरफ्त में जा रहे हैं। इसके जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल से किस तरह मानिसक विकार पैदा हो रहे हैं। चिकित्सकों ने उनके पास आने वाले मानसिक रोगियों की जानकारी देकर बच्चों को सतर्क किया। बच्चों के आक्रामक स्वभाव का एक कारण मोबाइल भी है। इस दौरान चिकित्सकों ने बिट कंप्यूटर्स के सौ से ज्यादा बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की। उन्हें बचाव के तरीके बताते हुए जागरूक किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मनीष शर्मा, विनीत शर्मा, डॉ. अनूप कुमार, डॉ. नीरज रानी, डॉ. अशु सोम ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इसके बाद कार्यक्रम में अतिथि चिकित्सकों को मोमेंटो व शॉल देकर सम्मानित किया गया।

मोबाइल को देते हैं ज्यादा समय

राइट विजन आई केयर सेंटर से नेत्र परीक्षक अधिकारी डॉ. नीरज रानी ने बताया कि आजकल लोग मोबाइल पर ज्यादा समय देते हैं। इससे आखें खराब हो रही हैं। काम के अलावा लोग सोशल साइट पर ज्यादा सक्रिय रहते हैं। इसका कम यूज करें। आखों की देखरेख के लिए संतुलित आहार लें, धूप के चश्में पहने, ठंडे पानी से आखों को दिन में कई बार धोएं।

सही तरीके से करें दातों की सफाई

मॉडर्न डेंटल व वेलनेस सेंटर से दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. लोकेश तोमर ने बच्चों को बताया कि किस तरह अपने दातों की सफाई करनी चाहिए। अक्सर दातों में सफाई के बाद भी गंदगी रह जाती है, जिससे समस्याएं होने लगती हैं। उन्होंने कहा कि चॉकलेट या कुछ भी खाने के बाद कुल्ला जरूर करें व रात को सोने से पहले ब्रश जरूर करें। परेशानी होने पर डेंटिस्ट के पास जाएं।

स्क्रीन टाइम को घटाना जरूरी

मलखान सिंह जिला अस्पताल मनोरोग विभाग से डॉ. अंशु सोम मनोचिकित्सक ने अपने व्याख्यान में कहा कि सब से ज्यादा परेशानी युवावस्था में आ रही हैं। लोग सुनने पर भी भूल जाते हैं। ये भूलने की बीमारी नहीं है। स्क्रीन टाइम ज्यादा होने ऐसा होता है। स्क्रीन टाइम को घटाना होगा। दिन में आधा घंटा मोबाइल को दीजिए। जो दिक्कते 60 की उम्र में आती थीं। वह अब बीमारी के लक्षण 45 तक की उम्र में दिख रहे हैं। मोबाइल के एडिक्शन से एकाग्रता में कमी आ रही है। जीवन शैली खराब हो रही है। कम उम्र में ही बीपी, शुगर, आर्थो की समस्याएं आ रही हैं।

जल्दी सोना और उठना लाभदायक

जैन नेक्स्ट न्यूरो केयर से डॉ. अनूप कुमार जैन ने बताया कि यादाश्त को बढ़ाना है तो जीवन शैली में सुधार बहुत जरूरी है। रात को जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठना चाहिए। प्रतिदिन व्यायाम को जीवन में शामिल करें। खाने का असर सबसे ज्यादा शरीर पर पड़ता है। फास्ट फूड से दूर रहना चाहिए। शिक्षकों ने जो भी पढ़ाया, उसके बारे में सोचना चाहिए। रिविजन करना चाहिए। अगले दिन अपने साथियों से डिस्कस भी करना चाहिए।

धन्यवाद किया ज्ञापित

बिट कंप्यूटर के एमडी मनीष शर्मा ने कहा कि पढ़ाई बेहद जरूरी है। मगर, कंपटीशन खुद से करें औरों से नहीं। हर बच्चे की अपनी एक खूबी है, उसे पहचान कर उसके अनुरूप कार्य करें। इसके साथ ही कार्यक्रम के सफल आयोजन पर उन्होंने सभी अतिथि चिकित्सकों व हिन्दुस्तान टीम का आभार व्यक्त किया।

सभी बच्चों ने लिया प्रण

सभी चिकित्सकों के व्याख्यान के बाद कार्यक्रम के अंत में सारे बच्चों ने शपथ ली कि उन्होंने जो सीखा है, उसका अपने जीवन में अनुसरण करेंगे। मोबाइल का कम से कम इस्तेमाल करेंगे। स्वस्थ व संतुलित आहार लेंगे। जंक फूड से परहेज करेंगे। समय से सोएंगे व समय से जागेंगे। मानसिक तनाव को अपने से दूर रखेंगे। खुद भी खुश रहेंगे व अपने आस पास के वातावरण को भी खुशनुमा रखेंगे।

कार्यक्रम के सह प्रायोजक: थ्री डॉट सेवामार्ग पब्लिक स्कूल, बिट ग्रुप ऑफ एजूकेशन, संजय बाल जीवन ग्रुप।

अन्य प्रयोजक: विनीत कोचिंग एंड गाइडेंस सेंटर, मॉडर्न डेंटल एंड वेलनेस सेंटर, सस्मित न्यूरो केयर एंड सुपर स्पेशलिटी सेंटर, शर्मा आर्थोप्लास्टि एंड मल्टी स्पेशलिटी सेंटर हैं।

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