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अलीगढ़ के रक्षा उत्पादकों ने भी कसी कमर

Aligarh News - फोटो.. डिफेंस सेक्टर से रक्षा उत्पादन करने वालों ने बढ़ाया संपर्क हैंडग्रेनेड में लगने वाली

Newswrap हिन्दुस्तान, अलीगढ़Mon, 12 May 2025 10:56 PM
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अलीगढ़ के रक्षा उत्पादकों ने भी कसी कमर

फोटो.. डिफेंस सेक्टर से रक्षा उत्पादन करने वालों ने बढ़ाया संपर्क हैंडग्रेनेड में लगने वाली पिन, पनडुब्बी के उपकरण बनते हैं मिसाइलों में लगने वाले उपकरणों का इकाइयां करतीं निर्माण आधा दर्जन से अधिक रक्षा उपकरण कंपनियों को देते माल हथेली से उड़ाने वाले ड्रोन से पिस्टल- रिवाल्वर का निर्माण दुश्मन की गतिविधि पर नजर रखने को सुरक्षा उपकरण स्थापित अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। भारत पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बाद अलीगढ़ के डिफेंस उत्पादकों ने भी कमर कस ली है। तनाव के बीच डिफेंस उपकरणों की खपत हुई है, ऐसे में उनको दोबारा बनाने को लेकर उपकरणों की जरूरत पड़ेगी।

अलीगढ़ में आधा दर्जन से अधिक उद्यमी रक्षा उपकरणों का निर्माण करते हैं। तालानगरी से लेकर आगरा रोड व डिफेंस कॉरिडोर में कंपनियां स्थापित हैं। तनाव के बाद से रक्षा उत्पादकों व आयुध कंपनियों के बीच लगातार संवाद चल रहा है। अलीगढ़ में ताला-हार्डवेयर के साथ डिफेंस सेक्टर के लिए बड़े पैमाने पर उपकरणों का निर्माण किया जाता है। यहां पर दीप एक्सप्लो व नित्या क्रिएशन इंडिया कंपनी है जो विभिन्नि आयुध कंपनियों के लिए उपकरण बनाती हैं। अलीगढ़ में हैंडग्रेनेड में लगने वाले पिन, पनडुब्बी में लगने वाली मशीन, मिसाइल में लगने वाले उपकरण, मिनी ड्रोन, पिस्टल, रिवाल्वर व अन्य हथियार व उपकरण बनते हैं। भारत पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव को लेकर रक्षा उपकरण निर्माता भी मानसिक रूप से तैयार हैं। भले ही सीजफायर हो गया है, लेकिन डिफेंस सेक्टर के निर्माता तैयारियों में हैं। इसको लेकर आयुध कंपनियों से संवाद भी चल रहा है। उपकरणों के आर्डर मिलते ही उनका उत्पादन करेंगे। कंपनियों ने निर्माताओं को अलर्ट मोड पर दिया है। डिफेंस कॉरिडोर में पिस्टल का निर्माण व सुरक्षा उपकरण स्थापित डिफेंस कॉरिडोर में वेयरविन प्राइवेट लिमिटेड में पिस्टल का उत्पादन हो रहा है। आर्मी के साथ सिविल दोनों के लिए पिस्टल बन रही है। इसके अलावा डिफेंस कारिडोर में सुरक्षा उपकरण भी स्थापित हैं। इससे विभिन्न गतिविधियों पर नजर रखी जाती है। कारतूस का निर्माण भी अलीगढ़ में हो रहा है। डिफेंस कारिडोर में निवेश करने वाली प्रिसीजन ओवरसीज भी ड्रोन के क्षेत्र में काम कर रही है। एलन एंड एलवन भी सेना के लिए ड्रोन बनाएगी। डिफेंस उत्पादकों ने बताया कि भारत पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के बाद से यह तय है कि डिफेंस उत्पादों का एक्सपोर्ट होगा। बोले रक्षा उपकरण निर्माता हमारी कंपनी रडार सिस्टम के लिए आइटम बनाती हैं। मकैनिकल भारत इलेक्ट्रानिक्स से करार है। सिविलियन गन के पार्ट्स भी बनते हैं। पाक से तनाव बढ़ने से कंपनियां लगातार संवाद कर रही हैं। जरूरत पड़ने पर दिए जाने वाले आर्डर की पूर्ति करनी होगी। नवनीत वाष्र्णेय, रक्षा उपकरण निर्माता डिफेंस कॉरिडोर। डिफेंस उपकरण कंपनियों से करार के तहत रूटीन प्रक्रिया में जाते हैं। लेकिन मौजूदा माहौल को देखते हुए अलर्ट कर दिया गया है। हैंडग्रेनेड के पिन, पनडुब्बी, मिसाइल समेत विभिन्न हार्डवेयर उपकरण तैयार किए जाते हैं। कुछ आर्डर अभी भेजे भी गए हैं। तरुण सक्सेना, रक्षा उत्पादक तालानगरी। डिफेंस कॉरिडोर में यूनिट शुरू हो चुकी है और पिस्टल का निर्माण किया जा रहा है। वर्तमान हालात को देखते हुए रक्षा मंत्रालय की गाइड लाइन का इंतजार किया जा रहा है। आने वाले दिनों में खपत बढ़ेगी। अलीगढ़ में जल्द ही कारबाइन का भी उत्पादन होगा। मोहित शर्मा, डिफेंस उत्पादक।

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