खैर उपचुनाव: पांच प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद
खैर विधानसभा उपचुनाव में मतदान प्रतिशत 46.36% रहा, जो 2022 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले कम है। मतदाता उदासीनता के कारण बूथों पर भीड़ नहीं दिखी। कुछ स्थानों पर मतदान में देरी हुई और शिकायतें भी मिलीं।...
खैर उपचुनाव: पांच प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद -46.36 फीसदी हुआ मतदान, लोस, विस का नहीं टूटा रिकार्ड
-2022 में हुए विस चुनाव के बराबर नहीं दौड़ सकी मतदाता एक्सप्रेस
-पिछले विस चुनाव में 60.10 फीसदी दर्ज हुआ था कुल मतदान
-सुबह से ही तमाम बूथ पड़े रहे खाली, धूप खिलने के साथ बढ़ी भीड़
अलीगढ़। वरिष्ठ संवाददाता। खैर विधानसभा सीट पर बुधवार को शांतिपूर्वक मतदान सम्पन्न होने के बाद पांच प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो चुका है। देर रात तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना स्थल धनीपुर मंडी में ईवीएम स्ट्रांग रूम में जमा कराई गईं। मतदाताओं की उदासीनता के चलते 2022 में हुए विधानसभा चुनाव व बीते लोकसभा चुनाव का भी रिकार्ड नहीं टूट सका। अब 23 नवंबर को मतगणना के बाद यह तय होगा कि खैर की जनता ने अपना नया विधायक किसे चुना।
खैर विस क्षेत्र में मतदान की धीमी रफ्तार सुबह से ही देखने को मिल रही थी। बेशक अन्य दिनों की तुलना में मौसम भी साफ था, फिर भी मतदान केन्द्र सूने नजर आए। इसके चलते पहले दो घंटे में नौ बजे तक 9.06 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। दिन चढ़ने व आसमान में धूप खिलने के साथ जैसे-जैसे समय बीत रहा था, वैसे-वैसे मौसम में तो गर्मी थी लेकिन मतदाताओं में मतदान को लेकर जोश नहीं दिखाई दे रहा था। जिस तरह से मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की लंबी-लंबी लाइनें दिखाई देती थीं, उपचुनाव में इसका अभाव दिखा।
0-10-10 प्रतिशत ही बढ़ पाया मतदान
मतदान शुरू होने के शुरूआती दो घंटे में जहां करीब नौ प्रतिशत मतदान हुआ था। वहीं इसके बाद 11 बजे, एक बजे और तीन बजे तक दो-दो घंटे के अंतराल में मतदान प्रतिशत में कोई खास उछाल नहीं दिखाई दिया। 10 प्रतिशत के इजाफे से मतदान प्रतिशत बढ़ता रहा। वहीं शाम पांच बजे तक करीब साढ़े सात प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।
0-उपचुनाव में मतदाताओं ने नहीं दिखाई रूचि
उपचुनाव में मतदाताओं ने मतदान करने में रूचि नहीं दिखाई। यही वजह रही कि मतदान प्रतिशत पूर्व के चुनावों की तुलना में कम रहा। स्थानीय मनवीर ने बताया कि इस चुनाव से सरकार पर कोई असर तो पड़ने वाला है नहीं। इस समय में डीएपी की जरूरत है, खेतों में आलू की बुवाई का भी समय है। इस वजह से भी मतदाता कम ही घरों से निकले। स्थानीय सतपाल ने बताया कि अब घर के बच्चे दिल्ली, गुड़गांव में नौकरी कर रहे हैं। वहां तो चुनाव है नहीं, इस वजह से अवकाश भी नहीं था। ऐसे तमाम बच्चे हैं जो बाहर नौकरी करने की वजह से मतदान करने नहीं आए। आम चुनाव में एक साथ सभी जगह चुनाव होने से सभी लोग मतदान करने आ जाते हैं।
0-सपा ने खैर में बूथ कैप्चरिंग को लेकर किया ट्वीट
समाजवादी पार्टी की ओर से खैर विधानसभा चुनाव के कुछ बूथ पर भाजपा के लोगों द्वारा कैप्चरिंग का आरोप लगाते हुए ट्वीट किया। ट्वीट में लिखा गया कि बूथ संख्या 49, 50 व 51 पर बूथ कैप्चरिंग का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि निर्वाचन विभाग द्वारा जांच कराए जाने में ऐसा कोई मामला नहीं मिला।
0-गांव चमन नगलिया में सवा चार घंटे देरी से शुरू हुआ मतदान
-गांव कसेरू में भी मतदान हुआ प्रभावित
गांव चमन नगलिया के मतदाताओं ने बिजली लाइन नीचे होकर गुजरने को लेकर शुरूआत में मतदान का बहिष्कार किया। प्रशासन द्वारा समझाए जाने के बाद मतदाता मतदान करने के लिए राजी हुए। चमन नगलिया में झूलते बिजली के तारों को हटवाने व कई प्रार्थना पत्र दिए जाने के बाद सुनवाई न होने पर ग्रामीणों ने मतदान का वहिष्कार कर दिया। जानकारी पर एडीएम वित्त मीनू राणा, एसडीएम महिमा राजपूत, एक्सईएन विद्युत सेठपाल मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों को समझाया। लेकिन ग्रामीण किसी भी दशा में मानने को तैयार नही थे। मौके की नजाकत देख अधिकारियों ने ग्रामीणों को लिखित में जल्द से जल्द विद्युत लाइन को बदलवाने का आश्वासन दिया। जिस पर चार घंटे की जददोजहद के बाद मतदेय स्थल नम्बर 308 में 11.15 पर मतदान शुरू हो सका। ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में विद्युत करंट से शौर्य पुत्र मनोज कुमार के हाथ पैर झुलस गए थे और कार्तिक पुत्र वेदपाल का शरीर झुलस गया था। वहीं कान्हा पुत्र बंटी की मृत्यु हो गई थी।
वहीं चंडौस ब्लाक के गांव कसेरू जलाखा में ग्रामीणों ने विकास कार्य न होने पर मतदान का वहिष्कार किए जाने का ऐलान किया। सूचना पर गभाना सीओ सहित अन्य भाजपा के प्रतिनिधियों के समझाने के बाद पांच घंटे देरी से करीब 12 बजे से मतदान शुरू हो सका। जिस पर पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
0-नगला अस्सू में पोलिंग एजेन्ट का फाड़ा परिचय पत्र
खैर के नगला अस्सू के बूथ नम्बर 230 पर भाजपा ने फतहसिंह तोमर मतदान एजेन्ट थे। मतदान के दौरान बूथ पर मौजूद एजेंन्ट केन्द्र के बाहर भाजपा के बिस्तर पर मौजूद लोगों को वोटिंग का प्रतिशत बताने आए। इसी बात पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों से एजेन्ट की बहस हो गई। आरोप था कि कांस्टेबल ने एजेन्ट का परिचय पत्र फाड दिया है। इस पर दोनों में नोंकझोंक हो गई। मतदान केन्द्र पर तैनात पुलिस ने एजेन्ट को गाडी में बिठाया तथा गिरफ्तार कर कोतवाली खैर ले आए। वहीं एजेन्ट का परिचय पत्र फाडने तथा पकडकर ले जाने की जानकारी होने पर भाजपा नेता सक्रिय हो गए। जिला स्तर से कई जनप्रतिनिधियों ने इंस्पेक्टर खैर को फोन कर जानकारी ली। कुछ देर बाद एजेंट को वापस गाडी द्वारा मतदान केन्द्र तक भिजवाया गया।
0- चौधाना में खराब हुई ईवीएम
चौधाना स्थित प्राथमिक विद्यालय में बनाए गए मतदेय स्थल पर मतदान शुरू होने पर ईवीएम मशीन खराब हो गई। मतदान शुरू नही हो सका। बूथ पर मौजूद पीठासीन अधिकारी ने तत्काल उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। करीब आधे घंटे बाद 7.30 बजे से नई मशीन आने के बाद मतदान शुरू हो सका।
0- चुनाव आयोग से की कांस्टेबल की शिकायत
नगला अस्सू स्थित मतदेय स्थल संख्या 230 पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मतदान केन्द्र पर तैनात कांस्टेबल लोगों को गुमराह कर रहा था। कभी मोबाइल के नाम पर तो कभी आधार कार्ड के नाम पर, वोट डालने वालों को वापस कर रहा था। डयूटी पर तैनात कांस्टेबल की शिकायत ग्रामीणों ने प्रदेश के निर्वाचन आयोग से की।
0-इन प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में हुआ कैद
सुरेन्द्र दिलेर-भाजपा
चारू कैन-सपा
पहल सिंह-बसपा
नितिन कुमार-आजाद समाज पार्टी (कांशीराम)
भूपेन्द्र कुमार धनगर-राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी
0-वर्जन
मतदान के लिए मतदाताओं को जागरूक करने के लिए पूरे प्रयास किए गए थे। इसके बावजूद भी जितनी अपेक्षा थी, उसके अनुरूप मतदान नहीं हुआ है। जो कि चिंताजनक है। कम मतदान के कारणों की समीक्षा की जाएगी। पूरे खैर विस क्षेत्र में शांतिपूर्वक चुनाव सम्पन्न हुआ है।
-विशाख जी., डीएम
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