खैर विधानसभा सीट पर खिसक रहा बसपा का वोट बैंक
खैर विधानसभा सीट पर बसपा का वोट बैंक लगातार गिर रहा है। 2002 में प्रमोद गौड़ की जीत के बाद से पार्टी का प्रदर्शन बिगड़ता गया है। इस बार उपचुनाव में बसपा का वोट शेयर सिर्फ 7.16% रहा, जो पिछले तीन...
खैर विधानसभा सीट पर खिसक रहा बसपा का वोट बैंक -2002 में बसपा से प्रमोद गौड़ ने दर्ज कराई थी जीत
-तब से इस सीट पर हाथी नहीं पकड़ सका है रफ्तार
-वोट प्रतिशत में लगातर गिरावट, इस बार बीते तीन चुनावों में सबसे कम
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अलीगढ़। वरिष्ठ संवाददाता। खैर विधानसभा सीट पर बसपा का वोट बैंक लगातार खिसकता जा रहा है। पार्टी के लिए कोर वोट कहे जाने वाले दलित वोट में दूसरे राजनीतिक दल सेंध लगाने में कामयाब हो रहे हैं। इसका अंदाजा इस बार उपचुनाव के परिणामों में पार्टी प्रत्याशी को मिले कुल वोट प्रतिशत से लगाया जा सकता है। बीते तीन विधानसभा चुनाव में मिले वोट प्रतिशत की तुलना में इस बार यह औंधे मुंह गिरा है।
खैर सीट जाट बाहुल्य होने के चलते मिनी छपरौली के नाम से भी जानी जाती है। जाटों के बाद इस सीट पर सबसे अधिक दलित वोटर आते हैं। जिसकी बदौलत सिर्फ एक बार 2002 के चुनाव में बसपा से प्रमोद गौड़ ने जीत दर्ज कराई थी। इसके बाद 2012, 2017, 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहे। इस दौरान पार्टी का वोट प्रतिशत 23 से 28 प्रतिशत के बीच रहता आया है। लेकिन इस बार के उपचुनाव में सबसे बड़ा झटका बसपा को लगा है। बसपा का वोट शेयर सिर्फ 7.16 रहा। इससे साफ है कि पार्टी के परंपरागत वोट बैंक में दूसरे राजनीतिक दल सेंध लगाने में कामयाब रहे।
0-क्षेत्र में पार्टी के बड़े नेताओं की जनसभा न होना भी कारण
उपचुनाव में बसपा के किसी भी बड़े नेता ने कोई भी जनसभा व रैली आदि नहीं की। सिर्फ पार्टी के प्रदेश व राष्ट्रीय पदाधिकारी नुक्कड़ सभाएं व बैंठकें करते रहे।
0-जनता के लिए नया चेहरा
बसपा ने इस बार नए चेहरे के रूप में डा. पहल सिंह पर दाव लगाया था। वह पहली बार चुनाव मैदान में उतरे थे। वहीं बसपा सिर्फ अपने कोर वोट बैंक के सहारे चुनाव लड़ रही थी। अन्य वर्ग के वोटरों को अपनी तरफ डायवर्ट करने के पार्टी नेताओं द्वारा कोई प्रयास भी नहीं किए गए।
0-आजाद समाज पार्टी ने भी लगाई सेंध
आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) भी इस उपचुनाव में बसपा के वोट बैंक में सेंध लगाने में कायमाब हुई है। इस पार्टी से नितिन कुमार चोटेल चुनावी मैदान में थे। वह डाक वोट सहित 8269 वोट हासिल करने में कामयाब हुए। यानि बसपा की तुलना में आधे से ज्यादा वोट मिले।
0-अलीगढ़ खैर सीट बसपा का प्रदर्शन
2012-राजरानी-54696 28.53
2017-राकेश कुमार मौर्य- 53477-23.20
2022-चारू कैन-65302-25.98
2024-डा.पहल सिंह-13365-7.16
0-वर्जन
जनता का जनादेश स्वीकार है। पार्टी प्रत्याशी की हार के कारणों को लेकर समीक्षा बैठक में मंथन किया जाएगा।
-अशोक कुमार, मंडल कोर्डिनेटर, बसपा
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