एएमयू में दलित, पिछड़ों को आरक्षण की मांग को लेकर छात्रों का प्रदर्शन
Aligarh News - एएमयू में दलित और पिछड़े छात्रों को आरक्षण देने की मांग को लेकर छात्रों ने प्रदर्शन किया। विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र तस्वीर महल चौराहे से जुलूस निकालकर एएमयू सर्किल की ओर बढ़े, लेकिन पुलिस ने...
एएमयू में दलित, पिछड़ों को आरक्षण की मांग को लेकर छात्रों का प्रदर्शन -विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र जुटे, एएमयू सर्किल जाने से पहले रोके गये
-पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के सामने सर्किल तक जाने को अडे छात्र
-अधिकारियों ने छात्र नेताओं को समझाकर रोका, सड़क पर बैठे प्रदर्शनकारी छात्र
-अमुवि आरक्षण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले तस्वीर महल चौराहे से जुलूस के रूप में पहुंचे
-एएमयू के खिलाफ की जमकर नारेबाजी, आरक्षण देने की उठायी मांग
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अलीगढ़। वरिष्ठ संवाददाता। एएमयू में एससी-एसटी, ओबीसी आरक्षण का मुद्दा राजनीतिक रूप लेता जा रहा है। मंगलवार को आरक्षण की मांग को लेकर जिले के विभिन्न महाविद्यालयों के छात्रों ने मार्च निकालकर प्रदर्शन किया। छात्रों को पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने एएमयू सर्किल जाने से रोक दिया। छात्रनेता सर्किल तक जाने की जिद पर अड़े हुए थे। आगे बढ़ने से रोक दिए जाने पर छात्र नेता ठंडी सड़क पर ही बैठ गए और एएमयू के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। करीब आधा घंटे बाद अमुवि आरक्षण संघर्ष मोर्चा की ओर से प्रशासन को ज्ञापन दिए जाने के बाद प्रदर्शन समाप्त किया गया।
एएमयू में दलित, पिछड़े छात्रों को आरक्षण दिए जाने को लेकर बीते दिनों खैर विधासनभा उपचुनाव में रैली करने आए सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी सवाल खड़े किए थे। इसी मांग को लेकर विभिन्न छात्र संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से अमुवि आरक्षण संघर्ष मोचा का गठन बीते दिनों किया गया था। संगठन के अर्न्तगत मंगलवार को तस्वीर महल चौराहा स्थित राजा महेन्द्र प्रताप सिंह पार्क पर सुबह 10 बजे से छात्रों का जुटना शुरू हो गया था। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र हाथों में एएमयू में आरक्षण की मांग को लेकर एएमयू सर्किल की ओर निकले। कलक्ट्रेट रोड होते हुए छात्रों का जुलूस ठंडी सड़क की ओर मुड़ा। छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस-प्रशासन पहले से ही अलर्ट था। एएमयू सर्किल से पहले ठंडी सड़क की समाप्ति पर ही पुलिस ने बेरीकेडिंग करते हुए पीएसी की तैनाती की थी। जैसे ही छात्रों का जुलूस ठंडी सड़क की समाप्ति पर पहुंचा तो पुलिस ने आगे एएमयू सर्किल की तरफ जाने से रोक दिया। इस दौरान छात्र नेता अमित गोस्वामी, अर्जुन सिंह भोली, बल्देवी चौधरी सीटू, जय यादव, हर्षद हिन्दू आदि एएमयू सर्किल पर जाने की जिद्द पर अड़ गए। एसीएम संजय मिश्रा, सीओ अशोक कुमार सिंह, अभय पांडेय सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने छात्र नेताओं को समझाते हुए आगे जाने से रोक दिया। इस पर सभी छात्र नेता व प्रदर्शनकारी छात्र सड़क पर बैठ गए और एएमयू मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस दौरान रामअवतार शर्मा, नानक राजपूत, अनुज ठाकुर, सागर मौर्य, तनु ठाकुर, अनुज प्रताप, दिनेश अग्रवाल, रोहित, कमल देशभक्त, अनिल राजपूत, अमित बजाज, मन्नू पंडित, विवेक, ललित, नितिन ठाकुर, रिषभ गोलू, आकाश, लवकुश बजरंगी, मनोज प्रधान, राजू चौहान आदि मौजूद थे।
0-एएमयू को हिन्दूओं ने दी जमीन तो आरक्षण क्यों नहीं
छात्र नेताओं ने कहा कि जब एएमयू को हिन्दूओं ने जमीन दी तो यहां दलित, पिछड़े, आदिवासी हिन्दू छात्र-छात्राओं को आरक्षण क्यों नहीं दिया जाता है। जगजाहिर है कि राजा महेन्द्र प्रताप सिंह ने एएमयू को अपनी जमीन दी थी। आज पूरे एएमयू में उनकी मूर्ति तक नहीं है। जब तक एएमयू में अन्य यूनिवर्सिटी की तरह आरक्षण व्यवस्था लागू नहीं की जाती है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
0-पूर्व की घटना को लेकर अलर्ट रहा अमला
पूर्व में जिन्ना प्रकरण को लेकर भाजयुमो व छात्र संगठनों के पदाधिकारियों ने एएमयू सर्किल पर प्रदर्शन का ऐलान किया था। प्रदर्शन के दौरान कुछ प्रदर्शनकारी एएमयू के बाब-ए-सैय्यद गेट तक पहुंच गए थे। जहां एएमयू छात्र व प्रदर्शनकारियों के आमने-सामने आ जाने के चलते जमकर बवाल हुआ था। ऐसे में पिछली घटना को लेकर इस पर पुलिस-प्रशासन अलर्ट रहा।
0-जमकर लगे एएमयू के खिलाफ नारे
प्रदर्शनकारियों ने एएमयू के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्र हाथों में अल्पसंख्यक के नाम पर आतंकवाद नही चलेगा-नही चलेगा, हिंदू आरक्षण का उदय होगा एएमयू की छाती पर जैसे लिखे नारे की तख्तियां लेकर चल रहे थे।
0-कई थानों का फोर्स किया गया था
किसी भी तरह की परिस्थिति से निपटने के लिए थाना क्वारसी, सिविल लाइन, बन्नादेवी, गांधीपार्क आदि थानों का फोर्स भी तैनात किया गया था। इसके बाद दो सर्किल के क्षेत्राधिकारियों की भी ड्यूटी लगाई गई थी।
0-वर्जन
अमुवि आरक्षण संघर्ष मोर्चा की ओर से एएमयू में आरक्षण की मांग को लेकर जुलूस निकालकर ज्ञापन दिया गया था। शांतिपूर्व छात्रों के द्वारा प्रदर्शन किया गया।
-संजय मिश्रा, एसीएम प्रथम
एएमयू की जमीन हिन्दू राजा महेन्द्रप्रताप सिंह द्वारा दान में दी गई है और सरकार द्वारा अनुदान से संचालित है। अभी तो आंदोलन का आगाज हुआ है। इस आंदोलन को जनांदोलन बनाकर एएमयू में संवैधानिक आरक्षण लागू कराकर ही दम लेंगे।
-अमित गोस्वामी, छात्र नेता
लोकतांत्रिक रूप से एएमयू सर्किल पर पहुँचकर प्रदर्शन किया गया है। बाबा साहब अम्बेडकर के संविधान को एएमयू को मानना ही होगा।
-बल्देव चौधरी सीटू, छात्र नेता
जिस तरह की नारेबाजी एएमयू के खिलाफ छात्र नेताओं द्वारा की गई है। उससे इन लोगों की मानसिकता का पता चलता है। पुलिस-प्रशासन को वीडियो द्वारा ऐसे अराजक तत्वों को चिन्हित कर कार्यवाही करनी चाहिए। एक तरफ पीएम मोदी एएमयू को मिनी इंडिया कह चुके हैं, तो दूसरी तरफ चंद छात्र नेता तालीम के इदारे को बदनाम कर रहे हैं।
-अय्यूब खुर्शीद, शोध छात्र, एएमयू
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