उचित उपचार से गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर की रोकथाम संभव
Aligarh News - अलीगढ़ के एएमयू के अजमल खान तिब्बिया कॉलेज में एमएस प्रथम सेमेस्टर के छात्रों के लिए पांच दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें स्त्री रोग, बांझपन प्रबंधन, और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर जैसे...
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अलीगढ़। एएमयू के अजमल खान तिब्बिया कॉलेज के निस्वां-वा-कबालात विभाग (प्रसूति एवं स्त्री रोग) द्वारा एमएस प्रथम सेमेस्टर के छात्रों के लिए पांच दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम आयुष मंत्रालय के भारतीय चिकित्सा पद्धति के राष्ट्रीय आयोग के पीजी नियमों के तहत हुआ। इसमें सैद्धांतिक व्याख्यान, व्यावहारिक प्रदर्शन और मूल्यांकन को प्रमुखता दी गई। डॉ. राबिया रियाज (जराहत विभाग) ने स्तन कार्सिनोमा निदान और प्रबंधन पर ऑडियो-विजुअल व्याख्यान प्रस्तुत किया। डॉ. अबीहा अहमद खान ने कोल्पोस्कोपी और बांझपन प्रबंधन पर केस स्टडी के माध्यम से चर्चा की। प्रो. सैयदा आमिना नाज ने बांझपन के उपचार के विभिन्न तरीकों पर प्रकाश डाला। डॉ. रोशन परवीन ने गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर की जानकारी देते हुए कहा उचित उपचार से इसकी रोकथाम संभव है। यूनानी चिकित्सा की भूमिका पर चर्चा करते हुए प्रो. तंजील अहमद (मुआलीजात विभाग) ने स्त्री रोग विकारों में इसकी प्रभावशीलता पर बात की। डॉ. फहमीदा जीनत ने यूनानी निदान और उपचार सिद्धांतों पर संवादात्मक सत्र लिया, जिसमें कार्डियोटोकोग्राफी और भ्रूण निगरानी के व्यावहारिक प्रदर्शन शामिल थे। कार्यक्रम के अंतिम दिन छात्रों ने सना जमील के मार्गदर्शन में जेएन मेडिकल कॉलेज का दौरा कर लेबर रूम, स्त्री रोग वार्ड, ऑपरेशन थिएटर एवं गहन देखभाल इकाइयों में व्यावहारिक अनुभव लिए। डॉ. निहारिका त्यागी ने कोल्पोस्कोपिक प्रक्रियाओं का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. सुबूही मुस्तफा ने की, जबकि समन्वयक की भूमिका डॉ. अबीहा अहमद खान ने निभाई।
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