एएमयू की खबरें: एएमयू प्रोफेसर ने समरकंद में दिया व्याख्यान
एएमयू के प्रो. सैयद जियाउर रहमान ने समरकंद में पारंपरिक चिकित्सा पर व्याख्यान दिया। वहीं, एएमयू की छात्राओं ने आईआईटी इंदौर संगोष्ठी में अपनी परियोजना प्रस्तुत की। इसके अलावा, एएमयू में वैज्ञानिक लेखन...
एएमयू की खबरें: एएमयू प्रोफेसर ने समरकंद में दिया व्याख्यान अलीगढ़। एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के फार्माकोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. सैयद जियाउर रहमान ने उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित पारंपरिक (लोक) चिकित्सा पर तीसरे अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक और व्यावहारिक सम्मेलन में व्याख्यान दिया। उन्होंने एविसेना की पुस्तक कैनन ऑफ मेडिसिन और ट्रीटाइज ऑफ कार्डिएक ड्रग्स में वर्णित दवाओं पर चर्चा की। अपने प्रस्तुतीकरण में उन्होंने इन दवाओं के स्रोतों की गणना की और प्रत्येक दवा की विशेषताओं जैसे स्वभाव, प्रयोग और सादृश्य के माध्यम से स्वभाव का आकलन, शक्ति, बाहरी पहलू, संग्रह और भंडारण के साथ-साथ मानक खरीद की विधि के बारे में विस्तार से बताया।
0-एएमयू प्रोफेस रमिली इंडियन कॉलेज ऑफ एनेस्थेसियोलॉजिस्ट की फेलोशिप
अलीगढ़। एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज के एनेस्थेसियोलॉजी और क्रिटिकल केयर विभाग के प्रोफेसर एस मोइद अहमद को हाल ही में लखनऊ में आयोजित आईसीए के 5वें अंतर्राष्ट्रीय और 14वें राष्ट्रीय सम्मेलन के पुरस्कार समारोह के दौरान इंडियन कॉलेज ऑफ एनेस्थेसियोलॉजिस्ट (एफआईसीए) की फेलोशिप से सम्मानित किया गया है। प्रो. मोइद को जेएन मेडिकल कॉलेज के एनेस्थेसियोलॉजी और क्रिटिकल केयर के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए यह सम्मान दिया गया है।
0-एएमयू में वैज्ञानिक लेखन पर तीन दिवसीय कार्यशाला शुरू
अलीगढ़। राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा पद्धति आयोग (एनसीआईएसएम), आयुष मंत्रालय, नई दिल्ली के तत्वावधान में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के यूनानी चिकित्सा संकाय द्वारा वैज्ञानिक लेखन, शोध अखंडता और प्रकाशन नैतिकता विषय पर स्नातकोत्तर मार्गदर्शकों को उन्मुख और संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से तीन दिवसीय कार्यशाला का प्रारम्भ हुआ। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि यूनानी चिकित्सा संकाय के पूर्व डीन प्रोफेसर अब्दुल मन्नान ने कहा कि इंटरनेट के आगमन और ऑनलाइन संसाधन सामग्री की उपलब्धता के साथ, गुणवत्तापूर्ण शोध में भी कई चुनौतियाँ सामने आई हैं, जो वैज्ञानिक लेखन को नुकसान पहुँचाती हैं। एएमयू के एमआईसी दवाखाना तिब्बिया कॉलेज की एमआईसी प्रोफेसर सलमा अहमद और प्रयागराज के एसयूएमसी के प्रिंसिपल डॉ. वसीम अहमद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। कार्यशाला समन्वयक डॉ. फारूक अहमद डार ने कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला और उम्मीद जताई कि कार्यशाला वैज्ञानिक लेखन में रुचि उत्पन्न करेगी और यूनानी चिकित्सा पद्धति के साक्ष्य आधार का विस्तार करेगी।
0-कैरियर मार्गदर्शन और अध्ययन कौशल कार्यशाला आयोजित
अलीगढ़। एएमयू के स्कूलों के कक्षा 10 और 12 के विद्यार्थियों के लिए कैरियर मार्गदर्शन, छात्रवृत्ति जागरूकता, प्रेरणा और अध्ययन कौशल पर केंद्रित कार्यशाला एवी लैब, एसटीएस स्कूल (मिंटो सर्किल), एएमयू में सफलतापूर्वक आयोजित की गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को उनके शैक्षणिक और कैरियर के लिए आवश्यक कौशल और प्रेरणा से लैस करना था। कार्यशाला का उद्घाटन एसटीएस स्कूल के प्रिंसिपल फैसल नफीस ने किया। उन्होंने विद्यार्थियों को सत्र का पूरा लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया और अपने भविष्य के निर्माण के लिए प्राप्त ज्ञान का उपयोग करने के महत्व पर बल दिया।
0-एएमयू की छात्राओं ने आईआईटी इंदौर संगोष्ठी में कमाया नाम
अलीगढ़। एएमू के यूनिवर्सिटी विमेंस पॉलिटेक्निक में डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की अंतिम वर्ष की छात्रा शैली भारद्वाज और अनम खान ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) इंदौर द्वारा आयोजित एक प्रतिष्ठित संगोष्ठी में अपनी अभिनव परियोजना का प्रदर्शन किया। यह कार्यक्रम आईईईई मध्य प्रदेश अनुभाग, हाइब्रिड नैनोडिवाइस रिसर्च ग्रुप ( एचएनआरजी) आईआईटी इंदौर और आईआईटी इंदौर की आईईईई सेंसर काउंसिल के सहयोग से आयोजित किया गया। यूनिवर्सिटी विमेंस पॉलिटेक्निक की प्रिंसिपल डॉ. सलमा शाहीन ने कहा कि वे आगे भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करती रहेंगी और अपने कौशल से विश्वविद्यालय को और अधिक सम्मान दिलाएंगी।
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