टीकाकरण कराने वाले 15 से 20 फीसद स्वासथ्य कर्मियों को आया बुखार व दर्द
-14 स्वास्थ्य टीम करती रही स्वास्थ्य कर्मियों की निगाहवानी, घर पर ही कर्मियों को दवा दे किया ठीक-पहले की तरह अस्पताल तक नहीं पहुंचा वैक्सीन लगाने वाला कोई स्वास्थ्य कर्मीफोटो संख्या : अलीगढ़, कार्यालय...
वैक्सीनेशन कराने वाले स्वास्थ्य कर्मियों की दिनचर्या सामान्य रही। टीका लगाने वाले कुछ स्वास्थ्य कर्मियों को बदन दर्द और बुखार की समस्या आई। मगर पिछले दिनों लगे वैक्सीन की भांति कोई भी स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल तक नहीं पहुंचा। यही नहीं इन स्वासथ्य कर्मियों ने वेक्सीन लगवाने के बाद ड्यूटी भी पूरी तत्परता के साथ ही और जन सामान्य के दिलों में वैक्सीन को लेकर घर की गई अफवाह को दूर करने का काम किया।
जिले में 22 जनवरी को 1296 स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन का (कोविडशिल्ड) टीका लगाया गया। शहर के जिला अस्पताल, महिला अस्पताल, डीडीयू और जेएनएमसी के अलावा 14 केंद्र बनाए गए थे। इन केंद्रों पर सुबह 10 बजे से 5 बजे तक टीका लगाया गया। टीका लगाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों की देखरेख के लिए 14 एएफआई लगाई गई। चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों की टीम टीका लगने के बाद से 24 घंटे तक स्वास्थ्य कर्मियों की निगरानी में लगी रही। उन्हें फोन कर उनका हाल जानती रही। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. दुर्गेश कुमार ने बताया कि टीकाकरण कराने वाले सभी स्वास्थ्य कर्मियों पर टीम की नजर रही। बुखार और बदन दर्द की शिकायत कुछ स्थानों से मिली। मगर कुछ घंटे बाद उन्हें आराम मिल गया। कहीं से किसी के भर्ती होने या ज्यादा तबीत बिगड़ने की सूचना नहीं मिली। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। इससे डरने की आवश्यकता नहीं है। सीएमओ डॉ. बीपी सिंह ने बताया कि वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। टीकाकरण कराने के बाद पूरे दिन ड्यूटी पर रहा। किसी प्रकार की कोई परेशानी आई। वैक्सीन को लेकर उड़ रही अफवाह पर ध्यान न देकर वैक्सीन लगवाए। यही नहीं 28 दिन बाद वैक्सीन की दूसरी डोज भी लगवाए। इसमें लापरवाही न बरते।
टीकाकरण के बाद कुछ स्वास्थ्य कर्मियों को हुआ साइडिफेक्ट
हरदुआगंज। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरदुआगंज पर शुक्रवार को 94 स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण हुआ था। टीकाकरण के बाद कुछ स्वस्थ्य कर्मियों को रात में परेशानियां आईं। जैसे ठंड लगना, बुखार आना, बदन दर्द आदि से स्वास्थ्य कर्मी परेशान हो उठे। स्वास्थ्य कर्मियों ने सीएचसी अधीक्षक डॉ. बृजमोहन को इसके बारे में बताया। जिसके बाद से उन्होंने लोगों को समझाया कि टीकाकरण के बाद इस तरह की परेशानी आती है, लेकिन घबड़ाने की कोई बात नहंी है। रात बीतने के बाद स्वास्थ्य कर्मी सुबह ड्यूटी पर भी आए और पूरे दिन कार्य किया।
ड्यूटी करते बीता स्वास्थ्य कर्मियों समय
यह टीका कोरोना से बचाव में कारगर साबित होगा। मैने खुद इंजेक्शन लगवाया है। कुछ परेशानी नहीं आई। अगर किसी को हल्का सा बुखार आया है तो वह दवा लें ले। कोई परेशानी नहीं होती है। लोगों को टीका लगवाने के लिए आगे आना चाहिए। डॉ. राम बिहारी, सीएमएस, 100 बेड अस्पताल अतरौली
देश में फैले कोरोना वायरस को यह टीका अवश्य मत देगा। टीका लगाने के बाद से किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आई। इसलिए बिना किसी भय के टीका लगवाये। सुधा, आशा
शुक्रवार को कोरोना वायरस का टीका लगवाया था। रात को ठंड लगने के बाद बुखार आ गया था। मगर अब पूरी तरह से स्वस्थ हूं। किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नही है। संतोष कुमारी , आंगनबाड़ी कार्यकत्री
टीका लगने से पहले कुछ भय था। मगर लगने के बाद भ्य समाप्त हो गया। रात को बुखार के साथ बदन दर्द हुआ था। मगर अब तबीयत पूरी तरह से स्वस्थ है। किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं है। संजीव शर्मा,
फार्मासिस्ट
मैने कोविड-19 का टीका लगवाया है। मुझे किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आई। टीका लगवाने के अगले दिन अस्पतल में ड्यूटी भी की। पहले जैसा कार्य किया। डॉ. एमएम इमरान
कोराना वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। टीका लगवाने के कुछ देर बाद दर्द हुआ था। मगर अब पूरी तरह से स्वस्थ हूं। किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है। राधा वर्मा, स्टाफ नर्स
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