UPPCS: वो ताकत नहीं बनी जो मन को हिरासत में ले सके; अखिलेश ने फिर कहा जुड़ेंगे तो जीतेंगे
- प्रयागराज में चार दिन से नौकरी की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं के आंदोलन में कुछ बच्चों को हिरासत में लेने की खबर आने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि ऐसी ताकत नहीं बनी जो मन को हिरासत में ले सके।
प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के दफ्तर के बाहर नौकरी की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं के प्रदर्शन के चौथे दिन समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि दुनिया में वो ताकत नहीं बनी है जो किसी के मन को हिरासत में ले सके। जुड़ेंगे तो जीतेंगे का नारा दोहराते हुए अखिलेश यादव ने कहा है कि आंदोलन तन से नहीं, मन से लड़े जाते हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि गुरुवार की सुबह सादी वर्दी में पुलिस के लोग आए और लगभग 10-11 बच्चों को जबर्दस्ती उठाकर ले गए हैं। आंदोलनकारियों का दावा है कि ये स्टूडेंट्स पुलिस की हिरासत में हैं। आंदोलन राज्य के दूसरे हिस्सों में भी फैलने लगा है।
अखिलेश ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने की खबर फैलने के बाद सोशल मीडिया साइट एक्स पर ट्वीट किया है- “भाजपा की अहंकारी सरकार अगर ये सोच रही है कि वो इलाहाबाद में UPPSC के सामने से आंदोलनकारी अभ्यर्थियों को हटाकर, युवाओं के अपने हक के लिए लड़े जा रहे लोकतांत्रिक आंदोलन को खत्म कर देगी, तो ये उसकी ‘महा-भूल’ है। आंदोलन तन से नहीं मन से लड़े जाते हैं और अभी तक वो ताकत दुनिया में नहीं बनी जो मन को हिरासत में ले सके। जुड़ेंगे तो जीतेंगे!”
UPPCS Protests LIVE: यूपीपीसीएस में तीन दिन की छुट्टी से पहले फैसले की आस, आयोग में बैठक जारी, बाहर डटे हैं परीक्षार्थी
छात्र-छात्रा आयोग द्वारा यूपीपीसीएस की परीक्षा दो पाली में कराने और उसकी वजह से नंबरों के नॉर्मलाइजेश के फैसले का विरोध कर रहे हैं। स्टूडेंट्स का आरोप है कि नॉर्मलाइजेशन के नाम पर पिछले दरवाजे से लोगों को नौकरी दी जा सकती है। छात्र-छात्रा दूसरे राज्यों का हवाला देकर कह रहे हैं कि जब सभी जगह एक शिफ्ट में भर्ती परीक्षा हो सकती है तो यहां दो शिफ्ट में क्यों करवाई जा रही है। भारतीय जनता पार्टी के विरोधी नेता कह रहे हैं कि जो वन नेशन, वन इलेक्शन की बात करने वाली पार्टी एक साथ परीक्षा नहीं करवा पा रही है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में शुक्रवार को गुरु नानक जयंती की छुट्टी है। उसके बाद शनिवार और रविवार का अवकाश आ जाएगा। बुधवार देर रात डीएम और पुलिस कमिश्नर धरना स्थल पर बच्चों से बात करने गए थे लेकिन बात नहीं बनी। दोनों अफसर गुरुवार की सुबह भी पहुंचे लेकिन गतिरोध खत्म नहीं हो पाया है। सूत्रों के मुताबिक आयोग में बैठक चल रही है और तीन दिन की छुट्टी से पहले प्रदर्शन के मद्देनजर स्टूडेंट्स का गुस्सा कम करने के लिए कुछ फैसले की संभावना जताई जा रही है।