Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Akhilesh Yadav attacks Yogi government says similarity of letters in DAP and PDA both will hasten the downfall of BJP

DAP और PDA में अक्षरों की समानता, दोनों BJP के पतन को करेंगे तेज, अखिलेश का योगी सरकार पर हमला

यूपी में खाद की किल्लत और किसानों की परेशानी को लेकर एक बार फिर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानThu, 7 Nov 2024 07:37 PM
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यूपी में खाद की किल्लत और किसानों की परेशानी को लेकर एक बार फिर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश ने आरोप लगाया कि भाजपाइयों ने सारी खाद दबा रखी है और खाद की कालाबाज़ारी कर रहे हैं। अखिलेश ने एक्स पर लिखा कि DAP और PDA दोनों में अक्षरों की समानता है और ये भी कि ये दोनों ही भाजपा के पतन को और तेज कर देंगे। जितना किसान सम्मान के नाम पर दिया जा रहा है उससे ज़्यादा खाद की कालाबाज़ारी से लिया जा रहा है।

अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार ने किसानों को बर्बाद कर दिया है। आज किसान सबसे ज्यादा बदहाल और परेशान है। मुख्यमंत्री के गृह जनपद में भी किसानों में हाहाकार मचा है। अगर काटने बांटने की भाषणबाजी और पॉलिटिकल पर्यटन से उन्हें फुर्सत मिले तो अपने गृह जनपद सहित पूरे प्रदेश में डीएपी बंटवा दें, बुवाई का सीजन फिर साल भर बाद ही आएगा। भाजपाइयों की नौटंकी और भाषणबाजी से किसान परेशान हैं।

एक बयान में अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों से किये गये अपने एक भी वादे को पूरा नहीं किया। भाजपा ने किसानों की आय दुगनी करने का वादा किया था किन्तु उसका अब कहीं जिक्र तक नहीं होता है। केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा किसानों पर थोपे गये तीन काले कानूनों की वापसी के लिए सात सौ से ज्यादा किसानों की मौतें हो गई फिर भी सरकार ने किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देने का कानून नहीं बनाया। किसानों की समस्याएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों की समस्याओं के स्थायी समाधान पर भाजपा से कोई उम्मीद नहीं की जा सकती है। किसान भगवान भरोसे है, उसकी कोई सुनने वाला नहीं है। किसानों की समस्याओं के निदान के लिए केन्द्र की भाजपा सरकार ने जो कमेटी बनाई थी उसका भी कहीं अता-पता नहीं है। किसानों का बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान आज तक नहीं हुआ है। जबकि नये सत्र का गन्ना इंतजार कर रहा है। भाजपा सरकार की प्राथमिकता में पूंजीपति हैं किसान नहीं। खेती में हमेशा घाटा ही रहा है।

यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में किसान बहुत परेशान है। एक तरफ जहां किसानों को खाद, बीज, कीटनाशक महंगे मिल रहे हैं वहीं जुताई बुआई महंगी हो गयी है। किसान को अपनी उपज का लाभकारी मूल्य भी नहीं मिल रहा है। सहकारी समितियों के गोदाम खाली हैं। किसानों को खाद नहीं मिल रही है। किसान को ब्लैक में खाद खरीदने के लिए विवश किया जा रहा है। बीज के साथ कुछ दवाओं के पैकेट लेने का भी दबाव बनाया जा रहा है। भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार की मार किसानों पर पड़ने से किसान और ज्यादा लाचार तथा गरीब होता जा रहा है।

अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वन ट्रिलियन डॉलर इकोनामी बनाने का दावा करने वाली भाजपा सरकार में किसानों की दुर्दशा का अंत नहीं है। बिना किसानों के खुशहाल हुए वन ट्रिलियन डॉलर इकोनामी कैसे बन सकती है? भाजपा सरकार झूठ, लूट, भ्रष्टाचार में लिप्त है। उसे किसानों की कोई चिंता नहीं है।

यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में विरोध किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं। इन दिनों तानाशाही का आलम यह है कि सरकारी धांधली के खिलाफ आवाज उठाने पर सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में किसानों पर फर्जी मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। किसान और जनसामान्य भाजपा की दंभी सरकार को अब और बर्दाश्त करने वाला नहीं है। विधानसभा उपचुनावों में जनता भाजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार है।

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