'जो लोग हर जगह खोदना चाहते हैं, वो याद रखें..., संभल घटना को लेकर अखिलेश का बीजेपी पर हमला
- अखिलेश यादव ने संभल हिंसा को लेकर एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है। मंगलवार को उन्होंने आरोप लगाया कि संभल की घटना भाजपा की सोची समझी रणनीति थी। वो जनता का ध्यान गंभीर मुद्दों से भटकाना चाहती है। सपा मुखिया ने कहा, 'जो लोग हर जगह खोदना चाहते हैं, वे एक दिन देश का सौहार्द और भाईचारा खो देंगे।'
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने संभल हिंसा को लेकर एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है। मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने पहुंचे अखिलेश यादव ने संसद के बाद मीडिया से बात करते हुए संभल हिंसा को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि यह घटना भाजपा की सोची समझी रणनीति थी। वो जनता का ध्यान अन्य अधिक गंभीर मुद्दों से भटकाना चाहती है। सपा मुखिया ने कहा, 'जो लोग हर जगह खोदना चाहते हैं, वे एक दिन देश का सौहार्द और भाईचारा खो देंगे।'
उन्होंने संभल मामले में प्रशासन पर पक्षपातपूर्ण तरीके से काम करने का भी आरोप लगाया। कहा कि प्रशासन के लोग ऐसा व्यवहार कर रहे थे जैसे कि वे निष्पक्ष अधिकारी होने के बजाय भाजपा पार्टी के कार्यकर्ता हों। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने मौजूदा संसदीय सत्र की शुरुआत से ही संभल मुद्दे को उठाने की लगातार कोशिश की है। लेकिन सदन की कार्यवाही ठीक से नहीं चल रही है। उन्हें अपनी चिंताओं को उठाने से रोका जा रहा है। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जिस दिन से संसद सत्र शुरू हुआ है, समाजवादी पार्टी ने संभल घटना का मुद्दा उठाने की कोशिश की लेकिन सदन नहीं चला। हमारी मांग अभी भी वही है। हम संभल की घटना पर सदन में अपनी बात रखना चाहते हैं।
सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि संभल के अधिकारी मनमाने ढंग से काम कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि जैसे वे भाजपा के पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर काम कर रहे हों। संभल की घटना लोगों को अन्य जरूरी मुद्दों से भटकाने के लिए भाजपा की एक सोची समझी रणनीति है। बांग्लादेश मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भारत सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए। ये चीजें नहीं होनी चाहिए। अगर वे हमारे संतों का सम्मान नहीं कर सकते तो वे एक मजबूत सरकार होने का दावा कैसे कर सकते हैं।
क्या हुआ था संभल में
संभल की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताने के दावे पर 19 नवंबर को कोर्ट के आदेश पर सर्वे हुआ। 24 नवंबर को दोबारा सर्वे के दौरान वहां हिंसा भड़क गई। इसमें चार लोगों की मौत हो गई जबकि भीड़ में शामिल लोगों के साथ कई पुलिस कर्मी और अधिकारी भी घायल हो गए।