अखिलेश ने नीतीश से मोदी सरकार से समर्थन वापस लेने कहा, जेपी सेंटर पर बवाल बढ़ा
- संपूर्ण क्रांति के सूत्रधार और समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण की जयंती पर लगातार दूसरे साल लखनऊ के जेपी सेंटर जाने से रोकने पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे जेपी के राजनीतिक शिष्य और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील की है कि जेडीयू नरेंद्र मोदी सरकार से समर्थन वापस ले।
समाजवादी नेता और संपूर्ण क्रांति के सूत्रधार जयप्रकाश नारायण की जयंती पर उनके नाम पर बने जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र (जेपी सेंटर) जाने से रोकने पर समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भड़क गए हैं। अपने आवास के बाहर एक जीप पर रखी जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद अखिलेश यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील की है कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार से जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) समर्थन वापस ले। अखिलेश ने कहा कि नीतीश भी जेपी आंदोलन से निकले है। वो यह देखें कि भाजपा सरकार किस तरह जेपी को भी श्रद्धांजलि नहीं देने दे रही है।
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने JPNIC (जेपी सेंटर) में चल रहे निर्माण कार्य का हवाला देकर सपा को जेपी जयंती पर वहां श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित करने की इजाजत नहीं दी है। पिछले साल भी बवाल ऐसा ही हुआ था और तब अखिलेश यादव जेपी सेंटर की गेट फांदकर अंदर गए थे और वहां जेपी की प्रतिमा पर फूल चढ़ाया था। अखिलेश यादव गुरुवार की रात ही जेपी सेंटर पहुंच गए थे और वहां से फोटो और वीडियो जारी कर दिखाया था कि प्रशासन ने उन्हें रोकने के लिए जेपी सेंटर पर टीन दीवार खड़ी कर दी है। अखिलेश ने कल ट्वीट किया था कि किसी को नमन करने या श्रद्धांजलि देने से रोकना सुसभ्य लोगों की निशानी नहीं है।
LIVE: अखिलेश यादव JPNIC जाने की जिद में, पुलिस रोकने पर अड़ी, लखनऊ में बवाल
अखिलेश यादव के विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवास को पुलिस ने सुबह ही बांस-बल्ले लगाकर और बैरीकेडिंग करके घेर लिया। अखिलेश को पुलिस गोमतीनगर में स्थित जेपी सेंटर नहीं जाने दे रही है। अखिलेश के आवास के बाहर सपा के कार्यकर्ता और नेता बड़ी संख्या में जुटे हैं। अखिलेश के आवास से एक वैन पर जेपी की एक नई प्रतिमा आवास से निकाली गई। फिर अखिलेश यादव ने बाहर आकर उस प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। अखिलेश ने उसके बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और फिर प्रदेश कार्यालय चले गए हैं। अखिलेश के आवास से सपा दफ्तर तक पुलिस का भारी बंदोबस्त है।