गंगा में नरोरा से छोड़ा पानी स्टडों से टकराया
गंगानदी का जलस्तर दो दिनों में हुई बारिश के बाद बढ़ने लगा है। नरौरा बैराज से नदी में छोड़ा गया 46 हजार क्यूसेक पानी नदी में बने स्ट्डस से टकराने लगा है। सिंचाई विभाग ने नदी के जलस्तर बढ़ने के साथ बाढ़...
गंगानदी का जलस्तर दो दिनों में हुई बारिश के बाद बढ़ने लगा है। नरौरा बैराज से नदी में छोड़ा गया 46 हजार क्यूसेक पानी नदी में बने स्ट्डस से टकराने लगा है। सिंचाई विभाग ने नदी के जलस्तर बढ़ने के साथ बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया है। सिंचाई विभाग के अधिकारी नदी के जलस्तर की जानकारी लगातार प्रशासनिक अधिकारियों को दे रहे हैं।
गुरुवार को नरौरा बैराज से नदी में जैसे ही 46 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया तो गंगा में उफान आने लगा है। सोरों के नगला दल से लेकर कादरगंज घाट तक गंगा का पानी तटबंध तक पहुंच गया है। कादरगंज घाट पर सिंचाई विभाग ने पहले से ही तटबंध पर स्ट्डस बना दिए हैं। जिससे पानी का बहाव किनारों को क्षतिग्रस्त न कर पाए। गंगा का जलस्तर अभी और बढ़ने की उम्मीद है। हरिद्वार बांध से करीब 60 हजार क्यूसेक पानी भी गंगा में छोड़ा गया है। यह पानी कछला गंगा पुल से तीसरे दिन गुजरेगा। बिजनौर बांध से भी करीब 24 हजार क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा गया है। लगातार दो दिन हुई बारिश से गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि गंगा के बढ़े हुए जलस्तर से कोई परेशानी नहीं होगी। नदी में पानी सकुशल आगे की ओर गुजर जाएगा।
नरौरा बैराज से गंगा में करीब 46 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे गंगा का जलस्तर बढ़ा है। कछला गंगा पुल पर बने गेज पर पानी का स्तर 162.55 मीटर है। फिलहाल गंगा में छोड़े गए पानी से किसी तरह की दिक्कतें नहीं आएंगी। नदी में बाढ़ के पानी को रोकने के लिए स्टड्स बनाए गए हैं।
अरुण कुमार, अधिसासी अभियंता सिंचाई।
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