दयालबाग में वसंत उत्सव

दयालबाग में नयनाभिराम विद्युत सज्जा ने बिखेरी इंद्रधनुषी छटा आगरा। दयालबाग...

Newswrap हिन्दुस्तान, आगराTue, 16 Feb 2021 10:20 PM
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दयालबाग में नयनाभिराम विद्युत सज्जा ने बिखेरी इंद्रधनुषी छटा

आगरा।

दयालबाग में मंगलवार को इंद्रधनुषी छटा बिखरी। यहां वसंत उत्सव के आयोजन के क्रम में कालोनियों में नयनाभिराम झांकियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। वसंत ऋतु की पावन बेला पर यहां सत्संगियों ने गुरुओं की इस तपो भूमि पर मालिक की मौज में खुद को निहाल महसूस करते दिखे।

इस बार वसंत उत्सव का इतना भव्य और व्यवस्थित आयोजन कई मायने में अनूठा है। कोविड 19 वायरस के संक्रमण के कारण उपजी तमाम आशंकाओं के कुहासे को झुठलाते सत्संगियों ने एक ऐसी मिसाल पेश की जो अर्से तक याद रखा जाएगा। महामारी से बचाव की तमाम गाइड लाइन्स को अपनाते हुए बेहद अनुशासित और उत्साह से लबरेज सत्संगियों ने वसंत के उल्लास और उमंग के माहौल में कोई कमी नहीं आने दी। हर आयोजन अपनी अनुपम छटा बिखेरते दिखे।

पीटी और योगाभ्यास से हुई शुरुआत

दयालबाग में वसंत उत्सव में मंगलवार को पहला कार्य्रक्रम पीटी का हुआ। यह आयोजन दयालबाग की जीवन शैली और यहां के सत्सिंयों की चेतनता को परिभाषित करने की झलक है। दयालबाग में हालांकि बाहर से सत्संगियों के आने पर पाबंदी है पर जो स्थानीय निवासी दूसरे देशों या शहरों में नौकरी या कारोबार करते हैं, उनकी मौजूदगी ने भीड बढा दी। यही कारण है कि दयालबाग की तकरीबन सभी कालोनियों में चहल पहल आम दिनों से बहुत ज्यादा है।

विद्युत सज्जा देखने उमडे सत्संगी

दयालबाग की कालोनियों में मंगलवार को दिन ढलते ही विद्युत सज्जा से इंद्रधनुषी छटा बिखरने लगी। कालोनियों के अंदर रास्तों पर भी रंग बिरंगी विद्युत झालरें इंद्र लोक का आभास करा रही थी। दयाल नगर, स्वामी नगर, प्रेम नगर, विद्युत नगर, कार्यवीर नगर, राधा नगर समेत सभी कालोनियों में हर सत्संगी के घर विद्युत सज्जा से जगमग दिखे।

स्मारकों और सत्संग भवनों पर भव्य सजावट

दयालबाग में यह राधास्वामी सत्संग का 106वां साल है। यहां दीक्षांत भवन की सजावट देखने लायक थी। रंगीन फव्वारे के आगे सेल्फी लेने वालों की भीड रात 10 बजे तक लगी रही। तकरीबन यही नजारा मुबारक कुंआ और राधास्वामी मत के गुरु के कार्यालय पर दिखाई दिया। तेज पुंज भवन को भी बेहद खूबसूतर रंगीन विद्युत रोशनी से सजाया गया। यहां भी श्रद्धा भाव प्रकट करने वालों की भीड लगी रही। राधास्वामी मत के गुरु रहे हुजूर लाल साहब के पवित्र निवास को अब म्यूजियम सेंटर में तब्दील कर दिया गया है। विद्युत नगर में उनके इस स्मारक स्थल पर भी सत्संगी बडी संख्या में सीस झुकाने पहुंचे। कमोवेश प्रेम नगर में राधास्वामी मत के मौजूदा धर्म गुरु प्रो पीएस सत्संगी के आवास के आसपास भी विद्युत सजावट भी बेजोड रही। यहां भी सत्संगियों का तांता लगा रहा।

समता, सदभाव और सादगी की नजीर

दयालबाग में यह आयोजन जहां एक ओर प्राकृतिक वातावरण में भव्यता और नयनाभिराम झांकियों का प्रतिबिंब परिलक्षित करता है तो वहीं दूसरी ओर उल्लास, उमंग और उत्सव का ऐसा मनभावन माहौल दिखाता है जिसमें समता, सदभाव और सादगी के साथ अनुशासित सत्संगी सकारात्मक और सृजनात्मक सोच को परिलक्षित करते हैं। दयालबाग के वसंत उत्सव की विशेषता है कि यह आध्यामितक और गुरुओं की परंपराओं को संजोकर प्राकृतिक संसाधनों के साथ प्रगतिशील विचारों का मार्ग प्रशस्त करते हैं। जो वसंत को केवल एक ऋतु के तौर देखते या समझते हैं, उन्हें वसंत का सही अर्थ समझाने में वसंत उत्सव उसका वैज्ञानिक दर्शन का आलोक प्रकाशित करता है।

ऐसे वरती गई सावधानियां

आगरा में भीडभरे माहौल में कई आयोजन इस बार कोविड 19 महामारी के भेंट चढ गए। दयालबाग के राधास्वामी सत्संग सभा में वसंत उत्सव का इतना भव्य आयोजन बेहद सावधानी के साथ सफल करके दिखा दिया। ये आयोजकों की इच्छा शक्ति और सत्संगियों के अनुशासन, श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है कि हजारों की भीड हेलमेट और मास्क में जुटी। सबने देह से दूरी का पूरी तरह पालन किया और स्वच्छता और सादगी से कोई समझौता नहीं किया। सभी कार्यक्रम खुले स्थानों और खेतों में किए गए और कोविड 19 के रोकथाम के लिए सरकार द्वारा जारी गाइड लाइंस का पूरी तरह पालन किया गया। विद्युत सज्जा देखने के लिए कालोनी के बाहर के लोगों को तभी प्रवेश दिया गया जब उनके पास कोविड 19 के नेगेटिव की मेडिकल रिपोर्ट थी।

सेवा कार्य में कतई कोताही नहीं

वसंत उत्सव के इस आयोजन में खास बात यह रही कि दयालबाग में सेवा का कोई काम टाला नहीं गया। जहां खेतों में सत्संगियों ने आम दिनों की तरह काम किया तो वहीं सरन आश्रम अस्पताल में मरीजों के स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार का काम जारी रहा।

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