नंबर वन स्मार्ट सिटी की हकीकत: सीवर मार रहा उफान, सीवर व्यवस्था और बदतर
निगम के अधिकारी कागजी उपलब्धियों का जश्न मना रहे हैं।
आगरा। वरिष्ठ संवाददाता
देश के 100 स्मार्ट सिटी को पछाड़ते हुए ताजनगरी ने पहला स्थान प्राप्त कर लिया। यह तमगा मिलने के बाद अधिकारी खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। लेकिन यह भूल गए हैं कि स्मार्ट सिटी का अहम फीचर स्वच्छता भी है। कागजों में शहर नंबर वन हो गया है लेकिन हकीकत में सड़कों पर सीवर उफान मार रहा है। सफाई व्यवस्था और भी बदतर होती जा रही है। निगम के अधिकारी कागजी उपलब्धियों का जश्न मना रहे हैं।
स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर की सफाई व्यवस्था को स्मार्ट करना है लेकिन अभी तक कोई काम नहीं हुआ है। हालात ये हैं कि सीवर की वजह से पूरा शहर त्राहि-त्राहि कर रहा है। पुराने शहर में कोई गली ऐसी नहीं है, जहां सीवर का पानी उफान नहीं मार रहा हो। लगातार कंपनी को शिकायत की जा रही है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। केवल पुराने शहर का ही नहीं, पॉश कालोनियों की स्थिति भी खराब है। जयपुर हाउस, लायर्स कालोनी, टीचर्स कालोनी, आलोक नगर, प्रताप नगर सहित कई इलाकों का बुरा हाल है। पचकुइयां चौराहा से राजकीय इंटर कालेज की ओर जाने वाले मार्ग के हालात बहुत खराब हैं। पिछले कई दिन से सीवर उफन रहा है। पानी सड़क पर भरा है। आसपास के दुकानदार परेशान हैं। पास ही प्राचीन मंदिर हैं। चारों ओर गंदगी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहा है।
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जीजीआईसी के सामने लगे हैं गंदगी के ढेर
शहर के प्रतिष्ठित राजकीय इंटर कालेज और राजकीय कन्या इंटर कालेज के सामने गंदगी के ढेर लगे हैं। यहां से चंद कदम की दूरी पर राधाबल्लभ इंटर कॉलेज भी है। जब इन कॉलेजों के आसपास यह स्थिति है तो शहर के अंदरूनी इलाकों का क्या हाल होगा। यहां कचरे के ढेर हैं। जानवर कचरे में मुंह मार रहे हैं। जीजीआईसी की स्थिति इसलिए खराब है कि गंदगी के ढेर परिसर में ही लगे हैं।
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आवास विकास कालोनी में हो गया हंगामा
आवास विकास कॉलोनी में सीवर समस्या को लेकर हंगामा हो गया। वहां कई दिनों तक काम हुआ लेकिन समस्या हल नहीं हुई। रविवार को सुपर सकर मशीन से काम हो रहा था। कुछ देर बाद कर्मचारी मशीन को लेकर जाने लगे तो लोगों ने हंगामा कर दिया। जानकारी पर पार्षद सुषमा जैन भी पहुंच गईं। वबाग कंपनी के ठेकेदार व कर्मचारियों को घेर लिया। काफी जद्दोजहद के बाद सेक्टर आठ, सेक्टर पांच, सेक्टर 14 में काम कराया गया।
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ताजमहल के पास भी नहीं हो रही सफाई
ताजमहल और आसपास के दो किलोमीटर के इलाके में सफाई के लिए निजी कंपनी को ठेका दिया गया है। वीबीजी नाम की कंपनी काम कर रही है लेकिन नगर निगम से भी खराब स्थिति कंपनी की है। ताजमहल के पूर्वी गेट, पश्चिमी गेट पर कचरा पड़ा रहता है। कोई देखने वाला नहीं है। ट्रंप के आगमन के दौरान यहां सफाई व्यवस्था के लिए खूब मशक्कत की गई थी। अब सफाई उसी पुराने ढर्रे पर आ गई है। यह हालात तब हैं जब कमिश्नर के स्तर से सीधी मानीटरिंग कराई जाती है।
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