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बोले आगरा: अछनेरा कस्बे में बिजली आपूर्ति बाधित, दुकानदारी हुई प्रभावित

Agra News - अछनेरा कस्बे के व्यापारी और अन्य वर्ग गर्मी की वजह से लगातार बिजली कटौती से परेशान हैं। दुकानदारों का कहना है कि काम धंधे प्रभावित हो रहे हैं और विद्युत विभाग की मनमानी के कारण समस्याएँ बढ़ रही हैं।...

Newswrap हिन्दुस्तान, आगराMon, 28 April 2025 04:32 AM
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बोले आगरा: अछनेरा कस्बे में बिजली आपूर्ति बाधित, दुकानदारी हुई प्रभावित

अछनेरा कस्बे क व्यापारी और अन्य वर्ग गर्मी के तेवर तीखे होते ही अधाधुंध बिजली कटौती से परेशान हैं। मालूम ही नहीं पड़ रहा कि कब बिजली आती है और कब गुल हो जाती है। यहां मुख्य बाजार के दुकानदारों ने कहा कि वर्तमान में बिजली कटौती से त्रस्त हैं। काम धंधे नहीं हो पा रहे हैं। दुकानदारी प्रभावित हो रही है। कोई सुनने वाला नहीं है। यही नहीं, दुकानदारों ने विद्युत कर्मियों की मनमानी की भी शिकायत की। फॉल्ट ठीक नहीं करने का आरोप लगाया। बताया कि कई बार चंदा करके बिजली लाइन के फॉल्टों को ठीक कराया गया है। अछनेरा कस्बे में रविवार को बोले आगरा संवाद के तहत लोगों ने बताया कि यहां बिजली पिछले तीन सालों से सुबह छह बजे ही बिजली गुल हो जाती है। फिर 8.30 बजे आती है। यह ढाई घंटे की कटौती तो कस्बे के लोगों को झेलनी ही है। इस कटौती के दौरान ना कोई शिकायत हल होती है और न ही कोई मेंटेनेंस होता है। सुबह नौ बजे के बाद ही विद्युत विभाग सक्रिय होता है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि कभी-कभी बिजली दोपहर 12 बजे तक आती है। इसी प्रकार प्रतिदिन शाम को चार बजे से 5.30 तक डेढ़ घंटे की कटौती पिछले छह महीने से लगातार हो रही है। यह वह समय होता है जब ग्राहक दुकान पर आते हैं। गर्मी की दोपहर में तो सन्नाटा रहता है। इस समय बिजली गुल होने से दुकानदारी प्रभावित है।

दिन में 12 घंटे में मुश्किल से 5 से 6 घंटे ही बिजली आपूर्ति नसीब होती है। फिर रात में नौ बजे तक इसी प्रकार बिजली आने-जाने का क्रम बरकरार रहता है। अगर रात में कोई फॉल्ट हो जाए तो फिर अगले दिन सुबह 10 बजे के बाद ठीक की जाती है।

बताया गया कि सबसे ज्यादा खराब स्थिति किरावली से आ रही महुअर लाइन की है। यहां की जनता को बमुश्किल दिन में महज चार घंटे ही बिजली मिल रही है। प्रतिदिन तार टूटना, तारों पर पेड़ गिरना और पोल टूटना आम बात हो गई है। कभी-कभी तो यहां के लोगों को ही लाइट सही कराने के लिए चंदा करना पड़ता है।

व्यापारियों ने बताया कि अछनेरा क्षेत्र में तिल मिल, फ्लोर मिल, पानी के प्लांट और अन्य तरह के कारोबार है। ये कारोबार काफी हद तक बिजली पर ही निर्भर हैं। अब बिजली नहीं मिलने के कारण ये कारोबार प्रभावित हो रहे हैं। यही हालात बाजार के हैं। व्यापारी वर्ग ने पर्याप्त बिजली आपूर्ति की मांग की है।

गिरासू पोल से हादसे की आशंका

अछनेरा कस्बे के अंदर काफी संकरी गलियां है। यहां तारों का जाल बिछा है। बावजूद इस के बंच केबिल डाली गई है। उनके सहारे दूसरे पोल लगाए गए हैं लेकिन अभी तक पुराने पोलों को नहीं उखाड़ा गया है। इससे गलियों में रास्ते बंद हो गए हैं। कस्बे के लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। विद्युत पोलों के ऊपर इंसुलेटर के फेस खुले हैं। तारों के संपर्क के कारण विद्युत पोलों में करंट आ रहा है। इससे हमेशा हादसे की आशंका रहती है। इस ओर विद्युत विभाग का कोई ध्यान नहीं है। विभाग गहरी नींद में सोया हुआ है। कस्बे में कहीं जगह पोल गिरासू स्थिति में हैं। उनसे कभी भी हादसा घटित हो सकता है।

इनकी बात

अछनेरा कस्बे के व्यापारी और अन्य वर्ग गर्मी के तेवर तीखे होते ही अधाधुंध बिजली कटौती से परेशान हैं। मालूम ही नहीं पड़ रहा कि कब बिजली आती है और कब गुल हो जाती है। विद्युत विभाग ध्यान दे।

-ललित कुमार

अछनेरा में सुबह छह बजे ही बिजली गुल हो जाती है। फिर 8.30 बजे आती है। यह ढाई घंटे की कटौती तो कस्बे के लोगों को झेलनी ही है। इस कटौती के दौरान ना कोई शिकायत हल होती है और न ही कोई मेंटेनेंस होता है।

-सुरेंद्र शर्मा

दिन हो या रात, कई-कई बार बिजली गुल होती है। इससे व्यापारी वर्ग काफी परेशान हैं। काम धंधे नहीं हो पा रहे हैं। दुकानदारी प्रभावित हो रही है। कोई सुनने वाला नहीं है। आर्थिक घाटा हो रहा है।

-मनीष सिंघल

प्रतिदिन शाम को चा बजे से 5.30 तक डेढ़ घंटे की कटौती पिछले छह महीने से लगातार हो रही है। यह वह समय होता है जब ग्राहक दुकान पर आते हैं। इस समय बिजली गुल होने से दुकानदारी प्रभावित हो रही है।

-मनोज कुशवाह

दिन में 12 घंटे में मुश्किल से 5 से 6 घंटे ही बिजली आपूर्ति नसीब होती है। फिर रात में नौ बजे तक इसी प्रकार बिजली आने-जाने का क्रम बरकरार रहता है। अगर रात में फॉल्ट हो जाए तो फिर अगले दिन ठीक की जाती है।

-राममूर्ति

किरावली से आ रही महुअर लाइन में ज्यादातर फाल्ट होते हैं। यहां की जनता को बमुश्किल दिन में महज चार घंटे ही बिजली मिल रही है। इसके अलावा प्रतिदिन तार टूटना, तारों पर पेड़ गिरना और पोल टूटना आम बात हो गई है।

-तेजवीर सिंह

अछनेरा क्षेत्र में तिल मिल, फ्लोर मिल, पानी के प्लांट और अन्य तरह के कारोबार है। ये कारोबार काफी हद तक बिजली पर ही निर्भर हैं। अब बिजली नहीं मिलने के कारण ये कारोबार प्रभावित हो रहे हैं।

-नरेंद्र प्रताप सिंह

क्षेत्र के विद्युत सब स्टेशन पर फोन नहीं उठता है। अगर कभी फोन उठ भी जाए तो बिजली गुल होने का कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता है। जनता किसको अपनी समस्या बताए। हकीकत में बिजली विभाग सोया हुआ है।

-कैलाश

अछनेरा कस्बे में बंच केबिल डाली गई है। उनके सहारे दूसरे पोल लगाए गए हैं लेकिन अभी तक पुराने पोलों को नहीं उखाड़ा गया है। इससे गलियों में रास्ते बंद हो गए हैं। आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

-रामेश्वर वर्मा

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