Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़आगराPassengers of roadways buses increase with increase in round

फेरे बढ़ने के साथ रोडवेज बसों की यात्रियों में इजाफा

सुरक्षित सफर के लिए रोडवेज बसें लोगों के लिए पसंदीदा साधन है। यही कारण है कि बसों का संचालन शुरू होते ही यात्री भार भी लगातार बढ़ रहा है। लॉकडाउन के दौरान वर्कशॉप में बंद रहीं बसों का संचालन जैसे ही...

Newswrap हिन्दुस्तान, आगराWed, 24 June 2020 07:33 PM
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आगरा। कार्यालय संवाददाता

सुरक्षित सफर के लिए रोडवेज बसें लोगों के लिए पसंदीदा साधन है। यही कारण है कि बसों का संचालन शुरू होते ही यात्री भार भी लगातार बढ़ रहा है। लॉकडाउन के दौरान वर्कशॉप में बंद रहीं बसों का संचालन जैसे ही शुरू किया, यात्रियों की भीड़ भी बढ़ने लगी। एक जून से अनलॉक के दौरान पहले दिन जहां साढ़े तीन हजार यात्री भार मिला, वहीं दूसरे दिन यात्रियों की संख्या चार हजार से भी ज्यादा हो गई। 23 दिनों बाद रोडवेज बसों में यात्रियों का आंकड़ा करीब 15 हजार की संख्या को पार कर गया। हालांकि अभी कई रूट बंद ही हैं।

सेवा प्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि अब पिछले एक सप्ताह से रोडवेज बसों के प्रतिदिन फेरे बढ़ा दिए हैं, ताकि लोगों को सुविधा मिले और रोडवेज की आय में बढ़ोतरी हो। ग्रामीण रूट बाह, फतेहाबाद, एत्मादपुर, खंदौली, फतेहपुर सीकरी, अछनेरा समेत 30 से अधिक रूट्स पर भी बसें शुरू कर दी गई हैं।

यात्री भेज सकते हैं प्रस्ताव

रोडवेज प्रबंधन ने बसें शुरू करने के लिए यात्रियों से ही सुझाव मांगे हैं। इसके तहत किसी रूट पर यात्रियों की पर्याप्त संख्या हो तो लिखित में प्रबंधन को बात पहुंचा सकते हैं। नए रूट व अतिरिक्त बस संचालन के सम्बंध में प्रस्ताव सीधे ही भेजे जा सकते हैं। इन पर जानकारी जुटाने के बाद नया रूट शुरू करने या प्रतिदिन का फेरा बढ़ाने को लेकर निर्णय किया जा सकेगा।

यात्रा से पहले सतर्कता व सुरक्षा

आरएम मनोज पुंडीर ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से रोडवेज प्रबंधन पूरी सतर्कता बरत रहा है। बस स्टैंड सुबह ही सेनेटाइज कर दिए जाते हैं। बसें भी रवानगी से पूर्व सेनेटाइज की जा रही हैं। कार्मिकों को मास्क व दस्ताने दिए गए हैं। स्वीकृत क्षमता से अधिक यात्रियों को नहीं बैठाया जा रहा। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही यात्रियों को बस में बैठाया जा रहा है।

आईएसबीटी पर खींची गई लक्ष्मण रेखा

नए आरएम के आते ही रोडवेज में बदलाव दिखने लगा हैं। आईएसबीटी पर अभी तक जो आड़े तिरछे होकर गाड़ी खड़ी की जाती थी, वह अब नहीं दिख रही है। आईएसबीटी पर वरिष्ठ कर्मचारी प्रमोद श्रीवास्तव की ड्यूटी लगाई गई हैं,उनकी देखरेख में एक लक्ष्मण रेखा खींची गई हैं, इससे बाहर किसी भी बस को खड़ने करने की अनुमति नहीं है।

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