अधिवक्ता को उठाने वाले गैंग का सुराग नहीं
-बदमाश बीहड़ के अथवा फिरोजाबाद के उलझी पुलिस
आगरा से अपहृत फिरोजाबाद के अधिवक्ता अकरम अंसारी का शुक्रवार को भी कोई सुराग नहीं मिला। बदमाशों के अंदाज ने पुलिस को उलझा दिया है। कई बातें हैं जो पुलिस को परेशान कर रही हैं। एक तरफ लग रहा है कि गैंग राजस्थान का ही है। वहीं एक आशंका यही भी जताई जा रही है कि यह गैंग फिरोजाबाद वाला तो नहीं। फिलहाल पुलिस खाली हाथ है।
राजपूताना मोहल्ला फिरोजाबाद निवासी अधिवक्ता अकरम अंसारी अपहर्ताओं के चंगुल में हैं। उन्हें मुक्त करने के लिए बदमाशों ने 50 लाख की फिरौती मांगी है। फिरौती का फोन जिस नंबर से किया गया था वह अधिवक्ता के रिश्तेदार की आईडी पर लिया गया था। पुलिस को लग रहा है कहीं उसे उलझाने के लिए तो यह तरीका अख्तियार नहीं किया गया। फोन करने वाले की लोकेशन रूपवास (राजस्थान) थी। पुलिस इस पहलू से भी जांच कर रही है कि पकड़ राजस्थान पहुंची ही नहीं हो। फिरोजाबाद का फौजी गैंग एक बार फिर सक्रिय हो गया हो। अपहरण करके राजस्थान से फिरौती मांग रहा हो। पूर्व में ऐसी वारदातें कर चुका है। दो अपहरण आगरा से ही किए थे।
वर्ष 2013 में कमला नगर से आरएसएस की शाखा वनवासी कल्याण आश्रम के क्षेत्रीय संगठन मंत्री डॉक्टर मनीराम पाल को उठाया था। इससे पहले भगवान टॉकीज से बच्चूमल शोरूम के सेल्समैन एत्मादपुर निवासी आदिल का अपरहण किया था। आदिल के अपहरण में बदमाशों को मोटी फिरौती मिली थी। पुलिस रिश्तेदार बनकर गई थी। बदमाश बोलेरो की लाइट में फिरौती की रकम गिनकर ले गए थे।
अभी तक पुलिस को यह नहीं पता है कि वारदात में किस जिले का कौन सा गैंग शामिल है। यह तभी पता चलेगा जब बदमाश लगातार फिरौती की मांग करेंगे। फिरौती का फोन घरवालों के पास आएगा। घरवालों ने पुलिस से दूरी बना ली है। उन्हें लग रहा है कि पुलिस के पास ज्यादा गए तो अकरम अंसारी को नुकसान हो सकता है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।