फोरलेन निर्माणधीन प्वाइंटों पर सुरक्षात्मक उपाय करेगा एनएचएआई
कासगंज में मिट्टी की ढाय खिसकने से चार लोगों की मौत हो गई। प्रशासन ने घटना के बाद सुरक्षा उपायों को लागू करने के निर्देश दिए हैं। एनएचएआई और कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को बुलाया गया है। डीएम ने...
मिट्टी की ढाय खिसकने से हुई चार मौत की घटना को लेकर प्रशासन गंभीर है। घटना के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और कार्यदायी संस्था के अधिकारी इंजीनियर मुख्यालय पर बुलाए गए। प्रशासन ने फोरलेन रोड निर्माण को लेकर जहां-जहां काम निर्माणधीन है, वहां सुरक्षात्मक उपाय किए जाएंगे। निर्देशों की गाइड लाइन बताई गई है, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं हो सकें। डीएम ने कहा है कि, जानकारी की जा रही है, जो भी दोषी होगा, उस पर कार्यवाही की जाएगी। मोहनपुरा के समीप राधास्वामी सत्संग स्थल के निकट मथुरा-बरेली हाइवे पर फोरलेन रोड के लिए निर्माणधीन पुलिया के लिए खोदे गए गहरे गड्डे से किनारे ऊंची मिट्टी की ढाय गिरने से तीन महिलाओं व एक बालिका की मौत व पांच घायल होने के बाद प्रशासन ने कुछ ठोस कदम उठाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये हैं। दोपहर को अपर जिलाधिकारी राकेश कुमार पटेल ने एनएचएआई व कार्यदायी संस्था के अधिकारियों से सेफी गाइड लाइन के बारे में बातचीत की। उन्होंने इस मामले में प्रशासन के कड़े रुख का एहसास भी कराया। कार्यदायी संस्था से कहा गया है कि जहां जहां काम निर्माणधीन है वहां परिसर को खुला नहीं छोड़ा जाएगा। बेरीकेटिंग के अलावा टीन शैट से बंद किया जाएगा। जिससे कोई भी व्यक्ति निर्माणधीन स्थल परिसर में प्रवेश नहीं कर सकेगा। इसके अलावा दिशा निर्देशों के बोर्ड लगाए जाएंगे। एनएचएआई लगातार दिशा निर्देशों की मॉनीटिरिंग करेगी। समय समय पर प्रशासनिक अधिकारी भी भ्रमण करते जायजा लेंगे।
मोहनपुरा पर हाइवे के फोरलेन रोड निर्माण के चलते पुलिया निर्माणधीन है, जहां आसपास के गांवों की महिलाएं मिट्टी लेने गईं थीं, इस दौरान मिट्टी की ढाय गिरने से महिलाएं दब गईं, प्रशासन ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, पूरे परिसर को चेक करा लिया गया है कि, आगामी समय में ऐसी घटनाएं नहीं हो सकें, इसके लिए एनएचएआई को दिशा निर्देश दिये गये हैं, जो भी दोषी होगा उस पर कार्यवाही की जाएगी। मेधा रूपम, डीएम कासगंज
कार्यवाही की मांग पर कुछ देर तक गुस्साए ग्रामीण
कासगंज। हादसे में मृत महिलाओं के परिजनों ने एक बारगी प्रशासन से शवों के पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। ग्रामीणों ने रोड जाम करने की भी चेतावनी दे दी थी। जिससे प्रशासन में अफरा तफरी मच गई। तभी पूर्व सांसद राजवीर सिंह राजू भैय्या एवं विधायक देवेंद्र राजपूत पहुंच गए। एडीएम राकेश पटेल ने भी लोगों से बातचीत की और समझाया। भाजपा नेताओं व अधिकारियों के समझाने के बाद ग्रामीण परिवार पोस्टमार्टम कराने के लिए सहमति हुए। बाद में चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू कर दी। दोपहर करीब ढाई बजे तक पोस्टमार्टम कराने के बाद ग्रामीण शवों को अपने गांव लेकर चल दिये। जहां शाम से पहले ही परिजनों ने अंतिम संस्कार किया।
शवों को देखकर कोहराम मचा
कासगंज। गांव में जैसे ही तीन महिलाओं व एक बालिका का शव लेकर ग्रामीण परिजन पहुंचे तो वहां महिलाओं और परिजनों में कोहराम मच गया। महिलाओं को संभालना परिजनों को मुश्किल हो रहा था। जैसे तैसे सभी ढांढस बंधाया। इस दौरान गांव में लोगों की आंखें नम हो गईं।
टाइम लाइन
07:00 बजे मिट्टी की ढाय गिरी।
07:30 बजे गांव रामपुर, कांतौर के ग्रामीण पहुंचे। बचाव कार्य शुरू हुआ।
08:00 प्रशासनिक अमला पहुंचा।
08:30 बजे जेसीबी मौके पर लेकर ग्रामीण पहुंचे।
10:30 बजे तक परिसर को चैक कर लिया गया।
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