ओएमआर परीक्षा के लिए पेपर नहीं बनाएंगे शिक्षक
-डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षा का विरोध कर रहा है औटा -औटा
-डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षा का विरोध कर रहा है औटा -औटा ने अब पेपर बनाने की प्रक्रिया में सहयोग से किया इंकार, शिक्षक नहीं बनाएंगे पेपर
आगरा, वरिष्ठ संवाददाता।
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षा की राह को औटा और मुश्किल बनाने जा रही है। ओएमआर पर परीक्षा का विरोध करते हुए औटा ने साफ कर दिया है कि कोई भी शिक्षक पेपर सेट करने में सहयोग नहीं करेगा। ऐसे में ओएमआर पर परीक्षा कराने के लिए विवि को दूसरे उच्च शिक्षण संस्थानों के सहारे रहना होगा।
बता दें कि विवि की परीक्षा समिति ने सत्र 2024-25 की विषम सेमेस्टर परीक्षा ओएमआर पर कराने का फैसला ले लिया। इसी पर औटा ने मोर्चा खोल दिया है। औटा ने साफ कर दिया है कि शिक्षक पूरी तरह से परीक्षा और उससे जुड़े कार्यों का बहिष्कार करने का फैसला ले चुके हैं। इसमें परीक्षा से पूर्व और परीक्षा के दौरान सभी कार्य शामिल हैं। इसमें पेपर बनाने का कार्य भी शामिल है। ऐसे में परीक्षा कराने से पहले विवि को पेपर तैयार कराने को लेकर आने वाली समस्या से जूझना होगा। औटा महामंत्री डॉ. संजय मिश्रा के अनुसार 23 सितंबर को औटा अपनी सभी इकाइयों के साथ विश्वविद्यालय में साथ एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन करेगी। एक-दिवसीय धरना-प्रदर्शन के बाद विश्वविद्यालय में शांतिपूर्ण क्रमिक आंदोलन प्रारम्भ किया जाएगा। इसे तब तक जारी रखा जाएगा जब तक विश्वविद्यालय आगामी परीक्षा को ओएमआर के स्थान पर लिखित में कराये जाने का निर्णय नहीं लेता। इस क्रमिक आंदोलन में हर 27 अनुदानित महाविद्यालयों की अलग-अलग इकाई शामिल होगी।
विश्वविद्यालय प्रशासन शासन के निर्देशों का भी अनुपालन नहीं कर रहा है। औटा ने स्पष्ट कर दिया है कि 27 महाविद्यालयों के शिक्षक परीक्षा के किसी कार्य में सहयोग नहीं करेंगे। औटा सबसे पहले पेपर बनाने के कार्य का बहिष्कार करेगी। औटा से संबद्ध कोई भी शिक्षक विवि की ओएमआर पर होने वाली परीक्षा के लिए पेपर नहीं बनाएगा।
डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह, अध्यक्ष, औटा
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