पहले शिक्षकों-अफसरों को मौका फिर होगी स्कूलों में परख
डीएम मेधा रूपम ने निपुण भारत मिशन के तहत स्कूलों में शिक्षा के स्तर की परख करने का निर्णय लिया। ऑपरेशन कायाकल्प की सुविधाओं की जांच के लिए टीमें भेजी जाएंगी। लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। निपुण...
डीएम स्कूलों में शिक्षा के स्तर की परख कराएंगी। निपुण भारत मिशन को केंद्र में रखकर यह परख होगी। बच्चों की स्कूली सुविधाएं जांच के लिए ऑपरेशन कायाकल्प कितना पूरा हुआ और कितना अधूरा रहा। इसकी जांच के लिए टीमें बनाकर भेजी जाएंगी। स्थितियों को सुधारने के लिए मौका अधिकारियों और शिक्षकों को दिया गया है। इसके बाद लापरवाही मिलने पर कार्यवाही होगी। गुरुवार को डीएम मेधा रूपम ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों व शिक्षकों के समक्ष अपना रुख साफ कर दिया। अनुश्रवण समिति एमडीएम टास्क फोर्स समिति की बैठक में डीएम ने दिशा निर्देश दिये हैं। । ऑपरेशन कायाकल्प के ये बिंदु पूरे करने होंगे
ऑपरेशन कायाकल्प के पैरामीटर्स में पेयचल व्यवस्था, समरसेबल, बालक शौचालय, बालिका शौचालय, बालक यूनिरल, बालिका यूनिरल, जल नल युक्त शौचालय, शौचालय का टाइलीकरण, रसोईघर मल्टीपल हैण्डवॉश, रैम्प सहित दिव्यांग शौचालय, दिव्यांग के लिए रैम्प, कक्ष-कक्षा में फर्श टाइलीकरण, फर्नीचर, विद्युत उपकरण, विद्युत कनेक्शन, रंगाई पुताई, ब्लैक बोर्ड, चहारदीवारी निर्माण कार्यों को पूरा कराना होगा।
निपुण भारत में ये काम
निपुण भारत मिशन में बालवाटिका 5 से 6 वर्ष से कक्षा 2 तक के छात्र छात्राओं के अधिमग स्तर के मापन के लिए निपुण लक्ष्य निर्धारित किए गए है। बाल वाटिका 05 से 6 वर्ष की आयु के आंगनबाडी केन्द्रों के छात्र कक्षा- 1 के 5 सरल शब्दों 02 अक्षर से बने वाक्य पढ लेते है। कक्षा 2 के अनुच्छेद को 45 शब्द प्रति मिनट के प्रवाह से पढ़ लेते है, और अनुच्छेद को पढ़कर 75 प्रतिशत प्रश्नों को सही हल कर लेते है। निपुण लक्ष्यों के लिए जनपद में कुल लक्षित विद्यालयों की संख्या 985 है, गत वर्ष निपुण विद्यालयों की संख्या 576 है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।