आपदा और आर्थिक विकास के संबंध को समझाया
आगरा में डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के जुबली हॉल में 'आपदा एवं जोखिम प्रबंधन' पर तीन दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का समापन हुआ। तकनीकी सत्रों में आपातकालीन पोषण, आर्थिक विकास, मानसिक सुदृढ़ता और...
आगरा। डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के जुबली हॉल में पं. दीनदयाल उपाध्याय ग्राम्य विकास संस्थान द्वारा तीन दिवसीय 'आपदा एवं जोखिम प्रबंधन' जागरूकता कार्यक्रम का समापन हुआ। अंतिम दिन पांच तकनीकी सत्रों का आयोजन हुआ। गृह विज्ञान संस्थान की डॉ. दीप्ति सिंह ने 'आपातकालीन स्थिति में पोषण की आवश्यकता' पर व्याख्यान देते हुए आपदा में खाद्य भंडारण की जरूरत पर जोर दिया। समाज विज्ञान संस्थान के प्रो. मोहम्मद अरशद ने आपदा और आर्थिक विकास के संबंध को समझाया। प्रो. रिपुसूदन सिंह ने आपदा में धैर्य और शारीरिक एवं मानसिक सुदृढ़ता के महत्व पर चर्चा की। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान के प्रो. चंदन घोष ने आपदा शिक्षा की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। सत्र के अंत में छात्र अनूप कोटिया ने आग से सुरक्षा उपायों पर प्रस्तुति दी। समापन सत्र में सेंट जॉन्स कॉलेज के प्राचार्य प्रो. एसपी. सिंह ने आपदा से होने वाली क्षति को कम करने के लिए सुरक्षा योजनाओं की अहमियत बताई। कार्यक्रम में नम्रता तोमर, आयुष शुक्ला, डॉ. मनोज कुमार सिंह, डॉ. आभा सिंह, निदेशक डॉ. मनोज कुमार सिंह, डॉ. आयुष मंगल, डॉ. आभा सिंह, राजपाल सिंह चौहान, भारत सिंह, नीरज कुशवाहा, तपस्या चौहान का विशेष योगदान रहा। विवि के 178 छात्र-छात्राओं ने सहभागिता की।
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