योगी के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मोहित के परिजनों से मिले, कड़े एक्शन का भरोसा
लखनऊ में पुलिस हिरासत में मरे मोहित पांडेय के परिजनों से सीएम योगी की मुलाकात के बाद यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक उनके घर पहुंचे हैं। ब्रजेश पाठक ने इस दौरान मोहित की मां और पत्नी से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दिया।
लखनऊ में पुलिस हिरासत में मरे मोहित पांडेय के परिजनों से मिलने यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक उनके घर पहुंचे हैं। ब्रजेश पाठक ने इस दौरान मोहित की मां और पत्नी से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दिया। कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो रही है। मीडिया से बात करते हुए ब्रजेश पाठक ने घटना को अति निंदनीय भी कहा। बोले कि सभी पुलिस अधिकारियों के इस बारे में गाइडलाइन जारी की गई है। इससे पहले मोहित का परिवार सीएम योगी से भी मिलने पहुंचा था। सीएम योगी ने परिवार को आर्थिक सहायता और अन्य सुविधाओं का भरोसा दिलाया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी पीड़ित परिवार से स्टेट गेस्ट हाउस में मुलाकात की।
गौतलब है कि जैनाबाद निवासी मोहित कुमार पांडेय (30) को पुलिस ने शनिवार को एक मामले में हिरासत में लिया था। इसके बाद उसी दिन हिरासत में ही तबीयत खराब हो गयी और अस्पताल में इलाज के दौरान मोहित की मौत हो गई। इसे लेकर सपा और कांग्रेस के साथ ही बसपा चीफ मायावती ने यूपी सरकार को घेरना शुरू कर दिया था। उपचुनाव के बीच विपक्ष को मिले मुद्दे के बाद सीएम योगी ने बड़ा एक्शन लेते हुए थाने के इस्पेक्टर को निलंबित करने के साथ ही उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी।
मोहित के परिजनों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुलाकात भी की। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा, आवास, बच्चों की निःशुल्क शिक्षा और सरकार की योजनाओं का लाभ देने का निर्देश दिया। इस मुलाकात के दौरान बख्शी का तालाब क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक योगेश कुमार शुक्ल, पार्षद शैलेंद्र वर्मा भी मौजूद रहे।
निशाने पर आई भाजपा सरकार
मोहित की हिरासत में मौत के बाद भाजपा सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है। प्रमुख नेताओं ने सरकार की तीखी आलोचना की। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा, ''उत्तर प्रदेश की राजधानी में पिछले 16 दिन में पुलिस हिरासत में मौत (हत्या पढ़ा जाए) का दूसरा समाचार मिला है। नाम बदलने में माहिर सरकार को अब 'पुलिस हिरासत' का नाम बदलकर 'अत्याचार गृह' रख देना चाहिए। पीड़ित परिवार की हर मांग पूरी की जाए, हम उनके साथ हैं।''
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने इस घटना को लेकर पुलिस पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के जंगलराज में पुलिस क्रूरता का पर्याय बन चुकी है। प्रियंका ने 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा, ''लखनऊ में पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया और अगली सुबह एक की मौत हो गयी। एक पखवाड़े में उत्तर प्रदेश पुलिस की हिरासत में यह दूसरी मौत है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उनके बेटे की हत्या कर दी।''
प्रियंका ने कहा, ''उत्तर प्रदेश, हिरासत में होने वाली मौतों के मामले में पूरे देश में पहले स्थान पर है। प्रदेश में भाजपा ने ऐसा जंगलराज कायम किया है, जहां पुलिस क्रूरता का पर्याय बन चुकी है। जहां कानून के रखवाले ही जान ले रहे हों, वहां जनता न्याय की उम्मीद किससे करे?''
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने भी इस घटना को लेकर 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा, ''उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस हिरासत में व्यापारी मोहित पांडेय की कथित तौर पर हुई मौत की घटना पर परिवार तथा लोगों में रोष व्याप्त होना स्वाभाविक है। यह घटना अति निंदनीय है। सरकार पीड़ित परिवार को न्याय देने के लिये प्रभावी कदम अवश्य उठाये।''
एक पखवाड़े में हिरासत में लखनऊ में दूसरी मौत
इससे पहले 11 अक्टूबर को लखनऊ में एक जुआ अड्डे पर छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किए गए 24 वर्षीय अमन गौतम की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। गौतम के परिजनों ने पुलिस पर उसे पीट-पीटकर मार डालने का आरोप लगाया था।
अधिकारियों के अनुसार जुआ खेले जाने की सूचना मिलने पर 11 अक्टूबर की रात को पुलिसकर्मियों की एक टीम ने विकास नगर के सेक्टर-आठ में आंबेडकर पार्क पर छापा मारा था। पुलिस ने अमन गौतम समेत दो लोगों को हिरासत में लिया था।