शादी के बाद बेटी की हरकत से खौल उठा पिता का खून, प्रेमी का अपहरण करवाकर उतारा मौत के घाट
- यूपी के गोरखपुर में एक पिता ने अपनी बेटी के प्रेम-प्रसंग की जानकारी होने पर उसकी दूसरी जगह शादी कर दी। शादी के बाद बेटी ने जो हरकत की उसे जानकर पिता का खून खौल उठा।
यूपी के गोरखपुर में एक पिता ने अपनी बेटी के प्रेम-प्रसंग की जानकारी होने पर उसकी दूसरी जगह शादी कर दी। शादी के बाद बेटी ने जो हरकत की उसे जानकर पिता का खून खौल उठा। युवती के पिता ने उसके प्रेमी की अपहरण करके हत्या करवा दी। युवक को पहले पीट कर अगवा किया गया, इसके बाद युवक का बोलेरो सवारों ने गाड़ी में गला रेत दिया और फिर शव को फेंकने से पहले ईंट से सिर को बेरहमी से कूंचा। उरुवा के तर्वा नाले के पास झाड़ी में शव को पुलिस ने बरामद कर लिया। वहीं, युवती को भी देर रात बरामद कर लिया गया।
पुलिस ने दस नामजद व अज्ञात पर केस दर्ज कर मुख्य आरोपित सूर्यनाथ यादव, सोमनाथ यादव, अमन यादव व रामप्रवेश यादव को गिरफ्तार कर घटना में इस्तेमाल धारदार हथियार बरामद किया। बेलीपार के चंदौली बुजुर्ग गांव निवासी जहेश निषाद (24) का गांव के ही सूर्यनाथ यादव के परिवार की एक युवती से प्रेम संबंध था। युवती के घर वालों को जब इसकी जानकारी हुई तो 26 फरवरी 2024 को खजनी इलाके में उसकी शादी कर दी गई। दो अगस्त को युवती लापता हो गई जिसकी गुमशुदगी खजनी थाने में दर्ज की गई। हालांकि बाद में युवती फिर लौट आई थी।
बीते पांच अगस्त को युवती अपने मायके चली आई, इसके बाद राजकोट से प्रेमी जहेश निषाद भी गांव आ गया। दोनों 22 अगस्त को घर से लापता हो गए और फिर महादेव झारखंडी मंदिर कूड़ाघाट में प्रेम विवाह कर लिया। 23 अगस्त को इस मामले में युवती के पिता ने अपहरण का केस दर्ज कराया। वहीं मंदिर में एक हजार रुपये दान की रसीद व फोटो लेकर जहेश, लड़की के साथ हाईकोर्ट चला गया। वहां पर लड़की के पहले से शादीशुदा होने की जानकारी छिपाते हुए गिरफ्तारी पर स्थगन आदेश (स्टे) ले लिया, जिसकी जानकारी उसके अधिवक्ता ने पुलिस को दी थी।
शादी के बाद युवती को भगाने पर गहराई रंजिश
बेलीपार इलाके के चंदौली बुजुर्ग गांव में जहेश निषाद और सूर्यनाथ यादव के बीच रंजिश पुरानी है। दोनों के बीच चुनाव में विरोधी प्रत्याशी के समर्थन को लेकर भी विवाद होता रहा है। लेकिन, शादी के बाद युवती को ससुराल से एक दिन के लिए भगाने और फिर मायके से अपहरण करने के बाद विवाद की खाई गहरी हो गई। इसके बाद से ही सूर्यनाथ अपने आप को अपमानित महसूस कर रहा था और उसी दिन से जहेश की तलाश में था, लेकिन वह गांव नहीं आ रहा था। मंगलवार को गांव के पास आने की जानकारी होते ही उसकी हत्या कर दी गई।
प्रधानी चुनाव के समय 13 अप्रैल 2021 को तत्कालीन प्रधान अखिलेश सिंह व दो अन्य लोगों को इसी रंजिश में गोली मारी गई थी, जिसमें से मृतक जहेश निषाद जेल भी गया था। अक्टूबर 2023 में जमानत पर छूटने के बाद गांव आया और फिर सूर्यनाथ के परिवार की एक युवती से उसका प्रेम संबंध हो गया। वह उसे लेकर फरार हो गया था, लेकिन बाद में पकड़ा गया। इसी बीच युवती की परिवार वालों ने दूसरी जगह शादी कर दी, लेकिन आरोपित युवती को ससुराल से भी लेकर फरार हो गया। इसके बाद से दोनों परिवारों में रंजिश गहरी हो गई। हालांकि, जहेश के परिवार वाले भी इस बात को समझ रहे थे और इसीलिए अक्टूबर 2023 में हत्या की कोशिश के मामले में उसकी जमानत होने के बाद उसे गुजरात के राजकोट कमाने के लिए भेज दिए थे।
सीसी टीवी कैमरे से खोला केस, पकड़े गए आरोपित पुलिस को मंगलवार की शाम 7.30 बजे एक युवक को मारपीट कर बोलेरो से अपहरण करने की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस सक्रिय हो गई और सीसीटीवी कैमरे की मदद से बोलेरो का नंबर हासिल कर लिया। नंबर से पता चल गया कि बोलेरो सूर्यनाथ यादव की है। फिर पुलिस को दूसरे सीसीटीवी कैमरे में बोलेरो बांसगांव की ओर जाती दिखी। एक टीम सूर्यनाथ के घर पहुंची तो दूसरी बांसगांव की ओर रवाना हो गई। इसी बीच महावीर छपरा के पास शव को ठिकाने लगाने के बाद लौट रहा सूर्यनाथ व उसके सहयोगी मिल गए। पुलिस उसे गिरफ्तार कर थाने लाई और सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या कर शव छिपाने की बात कबूल कर ली। उसके निशानदेही पर पुलिस ने झाड़ी में छिपाए गए शव और धारदार हथियार को बरामद कर लिया।
दोनों के बीच मोबाइल से होती थी बातचीत, उसी से तलाश
युवती की शादी होने के बाद भी उसकी बातचीत जहेश निषाद से होती थी। राजकोट से उससे मोबाइल पर संपर्क था, इस वजह से उससे मिलने के लिए भी आया था। गांव में उसके आने की जानकारी होने के बाद ही वह राजकोट से गोरखपुर चला आया था और अपने गांव रहने लगा था। अब इसी मोबाइल फोन की मदद से युवती की तलाश में पुलिस लगी है।