Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Action will be taken against the doctor who took bribe in the name of surgery in Muzaffarnagar

सर्जरी के नाम पर रिश्वत लेने वाले डॉक्टर पर गिरेगी गाज, डिप्टी सीएम ने लिया एक्शन

  • मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात सर्जन पर रिश्वत लेकर इलाज करने के गंभीर आरोप लगे हैं। अब इस पर एक्शन लेते हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने जांच का आदेश दिए हैं।

Pawan Kumar Sharma हिन्दुस्तान, मुजफ्फरनगरTue, 26 Nov 2024 09:45 PM
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यूपी के मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात सर्जन पर रिश्वत लेकर इलाज करने के गंभीर आरोप लगे हैं। गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी व सर्जरी के लिए रिश्वत, भ्रष्टाचार करने तथा जनहित के कार्यों में कर्तव्यहीनता व लापरवाही किये जाने की शिकायत मिली है। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। उप मुख्यमंत्री ने सीएमओ को जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर सीएमओ ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर जांच शुरू की है।

शुरूआती जांच में विभाग की छवि धूमिल करने जैसे गम्भीर कृत्य हेतु सर्जन डॉ. देवेन्द्र कुमार दोषी पाये गये हैं। उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव ने आरोपी डॉक्टर को निलंबित करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। साथ ही उन्हें मण्डलीय अपर निदेशक, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सहारनपुर मण्डल से सम्बद्ध कर आरोप-पत्र दिये जाने की भी संस्तुति की गई है।

फतेहपुर में गालीबाज डॉक्टर पर शासन सख्त

फतेहपुर जिला महिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर के वायरल हुए ऑडियो के बाद शासन सख्त हुआ है। डॉक्टर पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। सोमवार शाम सूबे के डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर पोस्ट लिखकर डॉक्टर पर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिया।

बीते दिनों जिला अस्पताल में तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. पीके गुप्ता का एक तीमारदार से फोन पर बातचीत करने का ऑडियो वायरल हुआ था। जिस पर वह सरकार से लेकर जिले के उच्च अधिकारियों, सीएमओ, सीएमएस के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग कर गाली गलौज कर रहे थे। इसके बाद 16 नवंबर को डॉक्टर ने ऑडियो वायरल करने वाले तीमारदार को फोन कर फिर से गाली-गलौज की। महिला मरीज के लिए भी गलत शब्दों का प्रयोग किया था। तीमारदार की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार किया था। शांतिभंग में चालान किया था। जिस पर डॉक्टर को एक दिन के लिए जेल भी जाना पड़ा था। हालांकि अगले दिन जमानत हो गई थी।

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