लोहिया संस्थान में कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई, स्मार्ट वॉच पहनकर आने वाले पर लगेगी रोक
- लोहिया संस्थान में मोबाइल ही नहीं स्मार्ट वॉच से भी दलाली का खेल किया जा रहा है। पंजीकरण के नाम पर मरीजों से अधिक वसूली के लिए कुछ संविदा कर्मचारी स्मार्ट वॉच का सहारा ले रहे हैं। अब इन कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
लोहिया संस्थान में मोबाइल ही नहीं स्मार्ट वॉच से भी दलाली का खेल किया जा रहा है। पंजीकरण के नाम पर मरीजों से अधिक वसूली के लिए कुछ संविदा कर्मचारी स्मार्ट वॉच का सहारा ले रहे हैं। अब इन कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही स्मार्ट वॉच की भी जांच कराई जा जाएगी। जल्द ही ड्यूटी के दौरान स्मार्ट वॉच पहनने पर रोक लगाई जा सकती है। लोहिया संस्थान में 100 रुपये में ओपीडी पंजीकरण होता है। कई विभागों में मरीजों की संख्या सीमित है। संस्थान में प्रदेश भर से मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। मरीजों का दबाव अधिक है। बहुत से मरीज ओपीडी में नहीं दिखा पा रहे हैं।
संस्थान के कुछ डॉक्टरों की व्यवस्था का फायदा संविदा कर्मचारी उठा रहे हैं। पंजीकरण के नाम पर 300-300 रुपये तक वसूल रहे हैं। बीते दिनों चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह ने दो संविदा कर्मचारियों को अवैध वसूली के आरोप में नौकरी से निकाल दिया है। आरोपित कर्मचारियों के मोबाइल पर वॉटसएप चैट व पैसे के लेने-देन संबंधी सुबूत मिले हैं। दो सदस्यीय टीम अन्य कर्मचारियों की जांच कर रही है।
अधिकारियों का कहना है कि दलाली रोकने व बातचीत में समय गंवाने से बचाने के लिए काउंटर में जाने से पहले कर्मचारियों से मोबाइल बाहर ही जमा कराया जा रहा है। इससे कुछ कर्मचारी स्मार्ट वॉच से दलाली का तरीका इजाद किया है। मोबाइल स्मार्ट वॉच से जुड़ा रहता है। ऐसे में वॉटसएप पर आने वाले संदेश को स्मार्ट वॉच पर देखकर उसका जवाब भी दिया जा सकता है। ऐसे कुछ कर्मचारी रडार पर हैं। इनकी जांच कराई जा रही है। जल्द ही कुछ और कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है।