Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़51 lakhs 5 insurances murder after drink alcohol then crushed by a car secret was revealed after 10 months

51 लाख का 5 बीमा कराया, शराब पिलाकर हथौड़े से हत्या, फिर कार से कुचला, 10 माह बाद ऐसे खुला राज

संभल में बीमा की राशि के लिए एक दिव्यांग की हत्या का खौफनाक साजिश का खुलासा हुआ है। दिव्यांग की 51 लाख की पांच बीमा पॉलिसी पर कंपनी को शक हुआ। जांच हुई तो पता चला कि हादसा नहीं हत्या की गई थी।

Yogesh Yadav संभल, संवाददाताFri, 2 May 2025 09:39 PM
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51 लाख का 5 बीमा कराया, शराब पिलाकर हथौड़े से हत्या, फिर कार से कुचला, 10 माह बाद ऐसे खुला राज

यूपी के संभल में बेटे की शादी के लिए पैसों का इंतजाम नहीं होने पर एक व्यक्ति ने गजब की साजिश रची। एक दिव्यांग व्यक्ति के नाम पर करीब 51 लाख की पांच बीमा पॉलिसी खरीदी। इसके बाद उसे शराब पिलाया और हथौड़े से सिर पर वारकर हत्या कर दी। हत्या को हादसे का रूप देने के लिए उसके शव पर कार चढ़ा दी। पूरी घटना पिछले साल जुलाई में अंजाम दी गई। जब बीमा के लिए क्लेम हुआ तो कंपनी वालों को शक हो गया। इसके बाद जांच शुरू हुई तो मामला खुल गया। पूरी वारदात का मास्टर माइंड बैंक का पॉलिसी एडवाइजर निकला है। बेटे की शादी के लिए बैंक लोन लेने पहुंचे व्यक्ति को पूरी साजिश के लिए उसी ने तैयार किया था। पुलिस ने शुक्रवार को मामले का खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि बदायूं जिले के ढिलवारी गांव निवासी दिव्यांग दरियाब सिंह की मौत बीते वर्ष 31 जुलाई को चन्दौसी-बहजोई मार्ग पर आटा गांव के पास हादसे में हो गई थी। उसका बीमा भी कराया गया था। जब क्लेम की फाइल बीमा कंपनी टाटा एआईए के पास पहुंची तो उनके कर्मचारियों को शक हुआ। उन्होंने एएसपी डॉ. अनुकृति शर्मा से शिकायत की तो उन्होंने जांच कराई।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट, लोकेशन ट्रेसिंग और बीमा पॉलिसियों की तह तक पुलिस पहुंची तो हकीकत ने सबको चौंका दिया। दरियाब के भाई राजेंद्र ने हादसे की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस को शक तब हुआ जब पता चला कि दरियाब के नाम पर पिछले कुछ महीनों में एक-दो नहीं, पांच बीमा पॉलिसियां कराई गई थीं।

सभी में नॉमिनी उसका भाई राजेंद्र था, लेकिन उसे इसकी जानकारी नहीं थी। पुलिस को बीमा कंपनियों से जो जानकारी मिली, उसके मुताबिक टाटा एआईए, बजाज, रिलायंस, आईसीआईसीआई और किसान दुर्घटना बीमा के तहत दरियाब के नाम पर पांच पॉलिसी ली गई थीं। इनकी कुल राशि 50.68 लाख थी। बीमा क्लेम के पीछे की साजिश की परतें तभी खुलनी शुरू हुईं तो पुलिस ने पॉलिसी से जुड़े गारंटर और एडवाइजर की पड़ताल शुरू की।

जांच में सामने आया कि दिव्यांग दरियाब की मौत एक हादसा नहीं बल्कि बीमा के नाम पर की गई सोची-समझी हत्या थी। पुलिस ने इस वारदात के मास्टरमाइंड बैंक पॉलिसी एडवाइजर पंकज राघव निवासी रायपुर कला, ढिलवारी निवासी हरिओम उर्फ हरिहर सिंह, विनोद कुमार व तारापुर निवासी प्रताप को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त हुई कार, हथौड़ा व तमाम दस्तावेज बरामद किए हैं।

हरिओम और पंकज राघव ने रची हत्या की साजिश

संभल। बिसौली के गांव ढिलवारी निवासी हरिओम को बेटे की शादी के लिए रुपयों की जरूरत थी। वह चन्दौसी स्थित एक्सिस बैंक में पहुंचा, जहां उसकी मुलाकात पॉलिसी एडवाइजर पंकज राघव निवासी रायपुर कला से हुई। पंकज ने लोन न मिलने की बात कहकर उसे बीमा धोखाधड़ी का फॉर्मूला बताया। हरिओम से कहा कि किसी ऐसे व्यक्ति का बीमा कराओ जो जल्द ही मरने वाला हो। हरिओम ने गांव के दिव्यांग दरियाब को टारगेट किया।

दिव्यांग के नाम से पंकज राघव ने पांच बीमे कराने के बाद उसकी हत्या की प्लानिंग बनाई। 31 जुलाई की रात हरिओम अपने भाई विनोद के साथ मिलकर दरियाब को बहाने से बिसौली लेकर पहुंचे, वहां से उसे कार में बैठाकर चन्दौसी के सुनसान इलाके में ले गए। पहले उसे शराब पिलाई गई, फिर चन्दौसी बहजोई मार्ग पर आटा गांव के पास लेकर पहुंचे। जहां कार रोककर हरिओम के भाई विनोद ने दरियाब के सिर में हथौड़ा मारा और जब वह जमीन पर गिर गया तो मर्डर केस में सजा काटकर लौटे प्रताप सिंह निवासी तारापुर चन्दौसी ने गाड़ी से कुचल दिया। एसपी ने घटना का खुलासा करने पर टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया है।

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