प्राइवेट डिग्री के खिलाफ एकजुट हुए 14 मुक्त विश्वविद्यालय, UGC से की ये मांग
प्राइवेट माध्यम से पढ़ाई करा कर डिग्री देने वाले विश्वविद्यालयों के खिलाफ देश के 14 प्रमुख मुक्त विश्वविद्यालय एकजुट हो गए हैं। इन विश्वविद्यालय के कुलपतियों ने यूजीसी को संयुक्त रूप से पत्र लिखा है।
Open University against private degrees: व्यक्तिगत (प्राइवेट) माध्यम से पढ़ाई करा कर डिग्री देने वाले विश्वविद्यालयों के खिलाफ देश के 14 प्रमुख मुक्त विश्वविद्यालय एकजुट हो गए हैं। दूरस्थ प्रणाली से शिक्षा और डिग्री देने के एकाधिकार की मांग करते हुए इन विश्वविद्यालय के कुलपतियों ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को संयुक्त रूप से पत्र लिखा है।
उत्तर प्रदेश के दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की बात करें तो वहां पर रेगुलर के साथ ही प्राइवेट पद्धति से स्नातक और परास्नातक कोर्स में प्रवेश लिए जाते हैं। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत्यकाम ने बताया कि उत्तराखंड, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान, असम, बिहार, पश्चिम बंगाल, पंजाब और ओडिशा के मुक्त विश्वविद्यालयों के कुलपति इस बात से सहमत हैं कि दूरस्थ शिक्षा प्रदान करने का दायित्व मुक्त विश्वविद्यालयों का ही होना चाहिए। इस संबंध में यूजीसी से अपील की गई है कि वह इस पर पुनर्विचार करे।
नवंबर और दिसंबर में होता है प्रवेश
गोरखपुर विवि के रजिस्ट्रार प्रो. शांतनु रस्तोगी ने बताया कि प्राइवेट छात्रों का प्रवेश नवंबर से दिसंबर तक होता है। स्नातक में बीए, बीकॉम और परास्नातक में एमए और एमकॉम में व्यक्तिगत मोड में भी प्रवेश लिए जाते हैं।