GPS based Toll: वर्तमान में 18 लाख से अधिक वाणिज्यिक वाहन जीपीएस-आधारित ट्रैकिंग प्रणाली से सुसज्जित हैं। शुरुआती चरण में ऐसे वाहन जीपीएस आधारित टोल शुल्क का भुगतान करना शुरू कर सकते हैं।
कुछ दिनों में आपको टोल प्लाजा पर फास्टैग (FASTags) की जरूरत नहीं पड़ेगी। जी हां, क्योंकि सरकार बहुत जल्द भारत में नई टोल कलेक्शन टेक्नोलॉजी लागू करने वाली है। आइए जरा विस्तार से इसकी डिटेल जानते हैं।
पुलिस के अनुसार, रविवार रात करीब 10 बजे एक कार में चार लोग सवार हुए जो मैसूर की ओर जा रहे थे। पुलिस ने बताया कि जब वे टोल प्लाजा के पास पहुंचे, तो टोल बूथ बैरियर उठाने में देरी हुई।
परिवहन मंत्रालय ने इसे लेकर एक बकाएदा एक लिस्ट भी जारी की है, जिसमें करीब 25 लोगों को टोल टैक्स नहीं देना होता है। इसमें एंबुलेंस से लेकर भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री आदि शामिल हैं।
अगर आप कोई ट्रिप प्लान कर रहे हैं और यह पता लगाना चाहते हैं कि ट्रिप के दौरान आपको कुल कितना टोल टैक्स भरना पड़ेगा, तो अब ये काम आप घर बैठे चुटकियों में कर सकते हैं। देखें सिंपल स्टेप्स
सरकार जल्द ही दो और टोल को प्राइवेट कंपनियों के हाथों में दे सकती हैं। ये टोल यूपी और एमपी के हैं। बता दें कि सरकार को इससे करीब 4000 करोड़ मोनेटाइज करने में मदद मिलेगी। खरीदारों की लिस्ट में अडानी भी
सरकार ने टोल टैक्स को थोक मूल्य सूचकांक से संबद्ध किया हुआ है। इसलिए राष्ट्रीय राजमार्गों पर हर साल टोल टैक्स में 8 से 12 फीसदी की वृद्धि हो रही है।
यमुना एक्सप्रेस-वे के टोल प्लाजा पर बिना फास्ट टैग वाले वाहन चालकों को आज यानी सोमवार से दोगुना टोल टैक्स भरना पड़ेगा। यह नियम आज से प्रभावी हो गया है। केंद्र सरकार के आदेश के बाद यमुना एक्सप्रेस-वे...