रिपोर्ट के मुताबिक, संदिग्ध ने पहले नगर निगम के पुलिस अधिकारियों पर हमला किया। इस दौरान उसे 'अल्लाहु अकबर' कहते हुए सुना गया। फ्रांस की राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी अभियोक्ता इकाई की ओर से भी यही जानकारी दी गई।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मलबे से एक लड़की और एक महिला को बचा लिया गया है। उन्होंने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और ड्राइवर का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।
अनिल प्रसाद यादव नाम के नेपाली छात्र ने कहा, 'हॉस्टल से हमें धक्के मारकर बाहर निकाल दिया गया। हम लोग आईआरओ गए थे और नेपाली छात्रा की मौत को लेकर सवाल पूछ रहे थे, मगर हमें कुछ नहीं बताया गया।'
स्थानीय अधिकारी ने कहा कि कैटरपिलर मशीन एक कारीगर खदान पर गिर गई, जहां महिलाओं का समूह सोने की तलाश में काम कर रहा था। मौके पर मौजूद लोगों ने पुष्टि की है कि 48 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
सीनियर पुलिस सरकारी अधिकारी शहजाद जहरी ने कहा, 'हरनाई जिले में हुए हमले में 10 खदान मजदूरों की मौत हो गई। हरनाई दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान में बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा से 160 किलोमीटर की दूरी पर है।'
सेना प्रमुख ने बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती और राज्यपाल शेख जाफर खान मंडोखाइल से मुलाकात की। उन्होंने मारे गए सैनिकों के अंतिम संस्कार में प्रार्थना की और संयुक्त सैन्य अस्पताल क्वेटा में घायल सैनिकों का हालचाल जानने पहुंचे।
पुलिस के अनुसार, युवतियों ने सदमे के कारण खुद को घर में बंद कर लिया और तब से घर के अंदर ही थीं। पड़ोसियों को भी घर से कोई दुर्गंध नहीं आई।
पीड़ित मां ने लिखा, ‘मिहिर को पीटा गया था। उसके साथ मौखिक रूप से दुर्व्यवहार हुआ। उसे अकल्पनीय अपमान सहने के लिए मजबूर किया गया। हमें पता चला कि उसे जबरन वॉशरूम में ले जाया गया और टॉयलेट सीट चाटने को कहा गया।’
WHO चीफ घेब्रेयेसस ने लिखा, ‘सूडान के अल फशर में सऊदी अस्पताल पर हुए भयावह हमले में 19 मरीज घायल हो गए और 70 लोगों की मौत हो गई।’ उन्होंने कहा कि हमले के समय अस्पताल में मरीजों की भीड़ थी।
शिकायत में कहा गया कि नागेश को ट्रायल के दौरान गोलियां और इंजेक्शन दिया गया था। परीक्षण वाली दवाएं लेने के बाद उसके पेट में तेज दर्द हुआ। इससे वह काफी परेशान था और दर्द से कराहता रहा।