बांदा के मॉर्निंग वॉकरों को पार्कों की खराब स्थिति के कारण स्टेडियम और सड़कों पर टहलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। अधिकांश पार्कों में गंदगी और दुर्गंध है, जिससे टहलना मुश्किल हो जाता है। नगरपालिका...
बांदा में किराना दुकानदारों का कहना है कि बाजार में लगने वाला जाम उनके कारोबार के लिए गंभीर समस्या बन चुका है। पहले आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से ग्राहक आते थे, लेकिन अब जाम और पार्किंग की कमी के कारण...
बांदा में अधिवक्ताओं ने न्याय दिलाने में मदद करने के बावजूद अपनी समस्याओं का उल्लेख किया है। उन्हें सुरक्षा, पार्किंग और शौचालयों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। महिला अधिवक्ताओं को शौचालय की...
बांदा के शिक्षामित्र बच्चों को नैतिकता और अनुशासन सिखाते हैं, लेकिन खुद बुनियादी सुविधाओं के अभाव में जी रहे हैं। सरकारी स्कूलों में बिजली, पानी और सड़क जैसी सुविधाएं नहीं हैं, जिससे उनके परिवार की...
बांदा के सरकारी अस्पताल की स्टाफ नर्सें मरीजों के साथ-साथ सिस्टम से भी लड़ाई कर रही हैं। उन्हें उचित आवास नहीं मिलता और वार्ड में मरीजों के तीमारदारों की भीड़ से उन्हें परेशानी होती है। नशेड़ी...
बांदा में दिव्यांगों ने कहा कि उनकी इच्छाशक्ति और मानसिक बल सामान्य लोगों से अधिक है, लेकिन सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में कठिनाई हो रही है। अधिकारियों की अनदेखी और मनमानी वितरण के चलते दिव्यांगों को...
बांदा में दूध विक्रेता हर मौसम में मेहनत कर घर-घर दूध पहुंचाते हैं। प्रशासन के उत्पीड़न और मिलावट के नाम पर वसूली के चलते उनकी मुश्किलें बढ़ रही हैं। त्योहारों के दौरान सबसे अधिक प्रताड़ित होते हैं।...
बांदा में 200 से अधिक कोचिंग संस्थान हैं, जो हजारों परिवारों का भरण-पोषण करते हैं। ऑनलाइन क्लासेस और सरकारी शिक्षकों के दबाव के कारण छात्रों की संख्या में कमी आई है। कोचिंग संचालकों ने सरकारी शिक्षकों...
बांदा के महेश्वरी देवी मंदिर से चौक बाजार तक 200 से अधिक रेडीमेड कपड़ों की दुकानें हैं। दुकानदार पार्किंग और शौचालय की कमी से परेशान हैं। बारिश में जलभराव और अतिक्रमण से कारोबार प्रभावित होता है।...
कुम्हारों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। मिट्टी की उपलब्धता कम हो रही है और प्रशासनिक उपेक्षा का सामना करना पड़ रहा है। युवा पीढ़ी इस काम से दूर हो रही है और प्लास्टिक के बर्तनों ने मिट्टी के बर्तनों...