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Hindi Newsखेल न्यूज़Vinesh Phogat disqualification from Paris Olympic Games here is full timeline and who said what

49.9 से 52.7 फिर 50.1 किग्रा… विनेश फोगाट के साथ क्या कुछ हुआ, जानें इस टाइमलाइन में

विनेश फोगाट के लिए 7 अगस्त 2024 की जो तारीख उनके सपने को सच कर सकती थी, उसी तारीख पर उनका सबसे बड़ा सपना चकनाचूर हो गया। विनेश फोगाट को आज पेरिस ओलंपिक खेलों से डिस्क्वॉलिफाई कर दिया गया और इसका कारण था 100 ग्राम एक्स्ट्रा वजन। यहां देखें पूरी टाइमलाइन और समझें क्या कुछ हुआ।

Namita Shukla लाइव हिन्दुस्तानWed, 7 Aug 2024 11:52 AM
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विनेश फोगाट के पेरिस ओलंपिक 2024 से डिस्क्वॉलिफाई होने से सिर्फ उनका नहीं बल्कि करोड़ों भारतीयों का दिल टूटा है। विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक 2024 में महिलाओं के 50 किग्रा वजन वर्ग के फाइनल में पहुंच गई थीं। विनेश ने 6 अगस्त को लगातार तीन मुकाबले जीतकर फाइनल में जगह बनाई थी और उन्हें गोल्ड मेडल का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। विनेश ने जब 6 अगस्त को अपनी तीनों फाइट लड़ी थीं, उस दिन सुबह उनका वजन 49.9 किग्रा था। इसके बाद उनका वजन रात में 52.7 हो गया, जिसको कम करने के लिए वो रातभर लगी रहीं, विनेश खुद भी और उनके कोच सपोर्ट स्टाफ सब उनके वजन को फाइनल मुकाबले से पहले वजन होने के टाइम तक कम करने में जुटे हुए थे। यहां देखें पूरी टाइमलाइन-

6 अगस्त प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले से पहले विनेश फोगाट का वजन- 49.9 किग्रा

प्री क्वार्टर फाइनल में विनेश ने जापान की युई सुसाकी को हराया। विनेश 0-2 से पीछे थीं, लेकिन आखिरी 10 सेंकेंड्स में तीन पॉइंट्स लेकर उन्होंने सुसाकी को हराया। सुसाकी चार बार की वर्ल्ड चैंपियन हैं और टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडलिस्ट थीं।

इसके बाद विनेश ने क्वार्टर फाइनल मैच में यूक्रेन की ओकसाना लिवाच को 7-5 से हराया।

सेमीफाइनल मुकाबले में विनेश ने क्यूबा की गुजमैन लोपेज को 5-0 से धो डाला और फाइनल में जगह बना ली। रेसलिंग में ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली इस तरह से विनेश भारत की पहली महिला पहलवान बन गईं।

7 अगस्त की सुबह खबर आई कि निर्धारित वजन से 100 ग्राम ज्यादा होने के चलते विनेश डिस्क्वॉलिफाई हो गईं।

इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की तरफ से बयान आया कि ऐसा हुआ है और विनेश की निजता का ध्यान रखा जाए। 

वजन कम करने के लिए क्या-क्या किया गया

इस बीच विनेश की मेडिकल टीम के प्रमुख डॉ. दिनशॉ पर्डीवाला ने कहा कि मंगलवार को तीन मुकाबले लड़ने के बाद विनेश के वजन में सामान्य से अधिक इजाफा हुआ। उन्होंने कहा, ‘पहलवान आमतौर पर अपने स्वाभाविक वजन से कम वजन वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हैं। इससे वे फायदे की स्थिति में रहते हैं क्योंकि उन्हें कम मजबूत प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ मुकाबला करने का मौका मिलता है।’ डॉ. पर्डीवाला ने कहा, ‘कभी-कभी प्रतिस्पर्धा के बाद वजन में रिबाउंड बढ़ोतरी का मामला भी होता है। विनेश ने तीन मुकाबले लड़े और पानी की कमी से बचने के लिए थोड़ी मात्रा में पानी दिया गया। हमने पाया कि प्रतिस्पर्धा के बाद उसके वजन में सामान्य से अधिक इजाफा हुआ और कोच ने वजन में कमी की सामान्य प्रक्रिया शुरू की।’

उन्होंने कहा, ‘विनेश के साथ हमेशा ऐसा किया जाता है। लंबे समय से उसके साथ ऐसा किया जा रहा है। उसे भरोसा था कि इसे (तय वजन) हासिल कर लिया जाएगा और रात भर हमने वजन में कमी की प्रक्रिया पर काम किया। हालांकि हमने सुबह पाया कि हमारे सभी कोशिशों के बाद भी उसका वजन उसके 50 किग्रा वजन वर्ग से 100 ग्राम अधिक था और इसलिए उसे अयोग्य घोषित किया गया।’

डॉ. पर्डीवाला ने बताया कि उन्होंने वजन को दायरे में लाने के लिए हर संभव प्रयास किए। उन्होंने कहा, ‘हमने रात भर हर संभव कोशिश की जिसमें उसके बाल काटना, उसके कपड़े छोटे करना भी शामिल है, लेकिन इसके बावजूद हम उसे 50 किग्रा वजन वर्ग के दायरे में नहीं ला पाए। अयोग्य ठहराए जाने के बाद हमने एहतियात के तौर पर उसे कुछ लिक्विड दिए जिससे कि शरीर में पानी की कमी से बचा जा सके।’

डॉ. पर्डीवाला ने कहा, ‘उसका ब्लड टेस्ट भी किया गया जिससे कि पता चले कि सब कुछ सामान्य है। यह सब यहां स्थानीय ओलंपिक अस्पताल में हुआ। वजन कम करने की प्रक्रिया के दौरान उसके सभी टेस्ट सही आए और इस पूरी प्रक्रिया के दौरान वह पूरी तरह से सामान्य महसूस कर रही थी। विनेश ने आईओए अध्यक्ष पीटी उषा से बात की है और कहा कि वह शारीरिक और मानसिक रूप से बिलकुल सामान्य है, लेकिन निराश है कि वह अपने तीसरे ओलंपिक में डिस्क्वालीफाई हो गई।’

क्या होती है वजन कम करने की प्रक्रिया

डॉ. पर्डीवाला ने इस दौरान खिलाड़ी की वजन कम करने की प्रक्रिया को भी समझाया। उन्होंने बताया, ‘ सुबह वजन करने से पहले वजन में कटौती की प्रक्रिया में खिलाड़ियों का भोजन और पानी सीमित किया जाता है और साथ ही खिलाड़ी को पसीना बहाना होता है। यह पसीना ‘सौना’ और कसरत के जरिए बहाया जाता है। वजन कम करने से आपको कम वजन वर्ग में चुनौती पेश करने का फायदा मिलता है लेकिन इससे कमजोरी और ऊर्जा में कमी आती है।’ डॉ. पर्डीवाला ने कहा, ‘अधिकांश पहलवान इसके बाद (वजन कराने के बाद) सीमित पानी और अधिक ऊर्जा वाले भोजन से ऊर्जा वापस हासिल करने की कोशिश करते हैं। यह आम तौर पर वजन होने के बाद दिया जाता है। न्यूट्रिशन खिलाड़ी के आधार पर नापते हैं और विनेश के न्यूट्रिशन को लगा कि उसे पूरे दिन में डेढ़ किग्रा चीजें खानी चाहिए जिससे मुकाबले के लिए पर्याप्त ऊर्जा मिलती।’

 

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