Fifa World Cup 2022: लियोनल मेसी ने दिखा दिया आखिर वह क्यों हैं GOAT, रोनाल्डो, नेमार छूटे कोसों पीछे
कतर में जब फीफा वर्ल्डकप शुरू हुआ तो तमाम तरह की आशाएं अपेक्षाएं थीं। विजेता को लेकर ढेरों सवाल थे, लेकिन आज जबकि फाइनल हो चुका है तो तमाम जवाब मिल चुके हैं। अर्जेंटीना चैंपियन तो मेसी बने गोट।
Fifa World Cup 2022: कतर में जब फीफा वर्ल्डकप शुरू हुआ तो तमाम तरह की आशाएं अपेक्षाएं थीं। विजेता को लेकर ढेरों सवाल थे, लेकिन आज जबकि फाइनल हो चुका है तो बहुत से सवालों के जवाब मिल चुके हैं। इसमें भी सबसे बड़े सवाल ‘गोट’ यानी ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम कौन? का भी जवाब मिल चुका है। जाहिर सी बात है मेसी। फाइनल के शुरुआती क्षणों से जिस तरह से मेसी ने समां बांधा, उन्होंने अपने तमाम समकालीनों को पीछे छोड़ दिया। इस विश्वकप में मेसी के प्रदर्शन के आगे पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और ब्राजील के नेमार भी कोसों पीछे छूट चुके हैं। इस विश्वकप खिताब के साथ मेसी ने अपने देश के महानतम मेराडोना की भी बराबरी कर ली है। पेनाल्टी शूटआउट तक चले बेहद रोचक मुकाबले में अर्जेंटीना ने फ्रांस को मात देकर फीफा फुटबॉल वर्ल्डकप का खिताब आखिर अपने नाम कर लिया।
अधूरा नहीं रहा ख्वाब
इस वर्ल्डकप में जिस तरह से अर्जेंटीना का सफर शुरू हुआ था, उसने कई आशंकाओं को जन्म दे डाला था। यह बात तो तय थी कि यह मेसी का आखिरी वर्ल्डकप है। ऐसे में डर सताने लगा कि कहीं मेसी का ख्वाब अधूरा न रह जाए। कहीं, फुटबॉल के इस शानदार सितारे को बिना इस ताज के ही संन्यास लेना पड़े। लेकिन पहले मैच में सऊदी अरब से हार के बाद जैसे-जैसे फीफा वर्ल्डकप का सफर आगे बढ़ा, अर्जेंटीना की टीम अपने रंग में आने लगी। दूसरे मैच में मैक्सिको, फिर पोलैंड और ऑस्ट्रेलिया को उसने मात दी। क्वॉर्टरफाइनल में नीदरलैंड के साथ मुकाबले का फैसला पेनाल्टी शूटआउट में हुआ। फिर सेमीफाइनल में अर्जेंटीना ने क्रोएशिया को पूरी तरह से धोकर रख दिया और 3-0 से शानदार जीत के साथ फाइनल में प्रवेश किया।
पहले मिनट से शानदार
फाइनल में अर्जेंटीना का मुकाबला फ्रांस से थे, जिसके एमबापे ने इस टूर्नामेंट में खूब सुर्खियां बटोरी थीं। लेकिन मेसी ने पहले ही मिनट से तय कर लिया कि वह विपक्षियों की एक नहीं चलने देंगे। पहले पेनाल्टी पर खुद गोल दागा और उसके बार शानदार ढंग असिस्ट किया, जिससे डि मारिया ने अर्जेंटीना को पहले ही हाफ में 2-0 से आगे कर दिया। फर्स्ट हाफ के बाद के गेम की स्थिति यह थी कि जहां अर्जेंटीना ने छह बार गोलपोस्ट पर निशाना साधा था, वहीं फ्रांस एक बार भी ऐसा करने में नाकाम रहा था। अर्जेंटीना के 3 शॉट निशाने पर थे और फ्रांस के हिस्से यहां भी जीरो था। बॉल पजेशन से लेकर पासेज और पास एक्यूरेसी तक में अर्जेंटीनी टीम आगे थी। हां, फ्रांस एक चीज में आगे थी फाउल करने में। फर्स्ट हाफ में उसने अर्जेंटीना के 9 के मुकाबले 11 फाउल किए थे।
मेसी ने फ्रंट से किया लीड
इस वर्ल्डकप में मेसी ने हमेशा अपनी टीम को फ्रंट से लीड किया। पहले मैच से लेकर आखिरी मैच तक उन्होंने अपनी टीम के लिए लगातार न सिर्फ गोल किए, बल्कि साथी खिलाड़ियों की गोल करने में मदद भी की। कप्तान होने के नाते उन्होंने अपनी टीम का मनोबल लगातार बनाए रखा। सऊदी अरब के खिलाफ हार के बाद भी उन्होंने टीम का विश्वास बनाए रखा। टीम के कुछ अहम खिलाड़ी चोटिल भी हुए, फिर भी मेसी ने हार नहीं मानी। मेसी को खेलते देखकर यह एहसास हो रहा था कि शायद वह उसे हासिल करने के लिए मैदान में उतरे हैं जो 2014 में उनके हाथ आते-आते रह गया था।
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