विनेश फोगाट फाइटर हैं और पदक की हकदार हैं, लेकिन नियमों का ध्यान रखना जरूरी; पीआर श्रीजेश का सीधा साफ बयान
- विनेश फाइटर हैं और पदक की हकदार भी, लेकिन नियमों का ध्यान रखना जरूरी है। ये कहना है अपना आखिरी इंटरनेशनल हॉकी मैच खेल ने वाले पीआर श्रीजेश का। श्रीजेश 18 साल तक हॉकी टीम के गोलकीपर रहे हैं।
भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने पहलवान विनेश फोगाट के जज्बे की तारीफ करते हुए कहा कि जो कुछ उनके साथ हो रहा था, उसके बावजूद ‘स्पेन के खिलाफ कांस्य पदक मुकाबले से पहले वह मेरे पास आई और कहा भाई गुड लक, आप तो दीवार हो, अच्छे से खेलो।’ उन्होंने विनेश को ‘फाइटर’ करार करते हुए कहा कि वह कम से कम एक पदक की हकदार हैं, लेकिन साथ ही यह घटना सभी के लिए सबक होनी चाहिए, क्योंकि खेल को चलाने के लिए नियम जरूरी हैं।
पेरिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम के कांस्य पदक जीतने के बाद संन्यास लेने वाले श्रीजेश ने पीटीआई कार्यालय में मंगलवार 13 अगस्त को वरिष्ठ संपादकों से बातचीत के दौरान कहा, ‘‘विनेश रजत पदक की हकदार हैं, क्योंकि फाइनल में पहुंचकर उन्होंने एक पदक पक्का कर लिया था। रजत या फिर स्वर्ण पदक उन्हें मिलता ही। अंतिम समय में कहना कि आप फाइनल में खेलने के लिए अयोग्य हो...ये बड़ा दुखद है।"
36 वर्षीय श्रीजेश ने आगे कहा, "अगर मैं उनकी जगह होता तो पता नहीं क्या करता। वह ‘फाइटर’ हैं। कांस्य पदक मैच से पहले वह मिली थीं। उन्होंने कहा था, ‘भाई गुड लक, आप तो दीवार हो’ अच्छे से खेलो। मुझे लगा कि वह मुस्कुराते हुए अपना दर्द छुपा रही थीं, वह सचमुच ‘फाइटर’ हैं। उसने पिछले एक साल में जो झेला है, उसके बाद ट्रेनिंग करते हुए ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई किया और फिर जीतते हुए फाइनल तक पहुंचीं।’’
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इस पर श्रीजेश ने अपना दूसरा पक्ष रखते हुए कहा, ‘‘इसका एक पहलू यह भी है कि आप ओलंपिक खेलों में हो, आपको पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए। आपको महासंघ, आयोजन समिति और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति को कोई मौका नहीं देना चाहिए। आप किसी पर उंगली नहीं उठा सकते। यह सभी के लिए सबक होना चाहिए। जब आप तैयारी कर रहे हो तो नियम निर्देशों पर अडिग रहो, क्योंकि ये खेल को खूबसूरत बनाने और इसे चलाने के लिए जरूरी हैं।’’
विनेश (महिला 50 किग्रा) का फाइनल से पहले वजन निर्धारित सीमा से 100 ग्राम अधिक पाया गया, जिससे उन्हें अयोग्य करार किया गया। इस पहलवान ने पिछले बुधवार को खेल पंचाट में इस फैसले के खिलाफ अपील की और इसका नतीजा मंगलवार को आएगा। इसका सभी को इंतजार है। विनेश फोगाट ने मांग की थी कि कम से कम उनको संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल मिलना चाहिए, जिसकी वह हकदार हैं, क्योंकि उन्होंने सेमीफाइनल समेत तीन बाउट एक ही दिन में जीते थे।
इसके साथ ही ब्रिटेन के खिलाफ क्वॉर्टर फाइनल मैच में अनुभवी खिलाड़ी अमित रोहिदास को मिले रेड कार्ड के बारे में भी श्रीजेश ने नियमों का हवाला दिया। उन्होंने कहा, ‘‘नियम के अनुसार आपको अपनी स्टिक ऊपर नहीं करनी चाहिए, लेकिन अमित रोहिदास ने क्या किया, उसने स्टिक उठा दी। भले ही गैर इरादतन रहा हो, लेकिन उसे रेड कार्ड मिला और हमें इसका खामियाजा भुगतना पड़ा।’’
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