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Hindi Newsखेल न्यूज़Abhinav Bindra met Vinesh Phogat and pen down emotional post Paris Olympic Games 2024

विनेश फोगाट की सूजी आंखें देखकर फैन्स भी हुए इमोशनल, गोल्ड मेडलिस्ट अभिनव बिंद्रा ने कुछ ऐसे किया सलाम

विनेश फोगाट ने वजन कम करने के लिए क्या कुछ जतन किए होंगे, डिस्क्वॉलिफाई होने के बाद उन पर क्या बीती होगी, इन सब बातों का अंदाजा आप इस फोटो से लगा सकते हैं, जो अभिनव बिंद्रा ने शेयर की हैं।

Namita Shukla Thu, 8 Aug 2024 12:20 PM
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भारत के लिए ओलंपिक गेम्स में पहला इंडिविजुअल गोल्ड मेडल जीतने वाले शूटर अभिनव बिंद्रा ने विनेश फोगाट से मुलाकात की और इस मुलाकात की दो तस्वीरें शेयर जो मैसेज लिखा, वो देखकर आपकी आंखें भी नम हो जाएंगी। अभिनव ने जो फोटो शेयर की हैं, उसमें विनेश की आंखें काफी ज्यादा सूजी हुई नजर आ रही हैं, जैसे रात भर वो रोई हों या फिर काफी लंबे समय से सोई ही ना हों। ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं 29 वर्षीय विनेश को 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण 50 किग्रा गोल्ड मेडल मुकाबले से अयोग्य घोषित कर दिया गया था जिसके बाद उन्होंने अचानक संन्यास लेने की घोषणा कर दी।

बिंद्रा ने उनसे मुलाकात की कुछ तस्वीरों के साथ लिखा, ‘ऐसा कहा जाता है कि खेल मानवीय इच्छाशक्ति का उत्सव है। मैंने अपने करियर में कई बार यह सच होते देखा है लेकिन आज से ज्यादा कभी भी यह सच नहीं हुआ। जब मैं अपने चारों ओर देखता हूं, तो मुझे एक राष्ट्र और उसके लोग आपके दृढ़ संकल्प का जश्न मनाते हुए दिखाई देते हैं।’

 

उन्होंने लिखा, ‘आप एक योद्धा हैं - मैट पर और मैट से बाहर भी। आपके माध्यम से हम सीख रहे हैं कि हार के बावजूद भी अपने अंदर की लड़ाई को कभी नहीं हारना क्या मायने रखता है। आप एक योद्धा की सच्ची भावना को मूर्त रूप देती हैं।’

एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों की गोल्ड मेडलिस्ट और तीन बार की ओलंपियन विनेश ने अपना वजन 50 किग्रा के भीतर रखने के लिए कई तरह के उपाय किए जिसमें भूखे रहना, लिक्विड से परहेज करना और पूरी रात जागकर पसीना बहाना शामिल था। हालांकि वह वजन को भार वर्ग के दायरे में नहीं आ पाईं। अंत में उनके शरीर में पानी की कमी हो गई और उन्हें खेल गांव के एक पॉली क्लिनिक में भर्ती किया गया।

बिंद्रा ने अपनी पोस्ट में आगे कहा, ‘सभी जीत एक जैसी नहीं होतीं। कुछ जीतें कैबिनेट में एक शानदार सुवेनियर के रूप में खत्म हो जाती हैं लेकिन जो अधिक मायने रखती हैं, वे हमारे बच्चों को बताई जाने वाली कहानियों में अपना रास्ता बना लेती हैं।’ उन्होंने कहा, ‘और इस देश का हर बच्चा आपको चैंपियन के रूप में जानेगा। हर बच्चा आपके द्वारा दिखाए गए जज्बे के साथ जीवन का सामना करना चाहेगा। मैं इसके लिए आपको धन्यवाद करता हूं।’

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