चलिए आपका तो करना पड़ेगा जो करना पड़ेगा; बीच सड़क किस बात पर भड़कीं उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी
- उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा, 'काम भी क्वालिटी भी बहुत घटिया है, काम की भी बहुत शिकायतें है। चलो आपका तो करना पड़ेगा जो करना पड़ेगा, ये चलेगा नहीं। समझ गए ना आप, ये बिल्कुल नहीं चलेगा।'

राजस्थान की उपमुख्यमंत्री और लोक निर्माण मंत्री दीया कुमारी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह कुछ लोगों पर गुस्सा होती दिखाई दे रही हैं और उनके खिलाफ एक्शन लेने की चेतावनी देती नजर आ रही हैं। दरअसल यह वीडियो मंगलवार का है, जब दीया कुमारी जोधपुर से बाड़मेर जा रही थीं और इसी दौरान वह बालोतरा जिले में बन रहे पचपदरा-बागुड़ी हाईवे का निरीक्षण करने पहुंची गईं। इस दौरान यहां कई तरह की खामियां मिलने पर वह ठेकेदार और अधिकारियों पर भड़क गईं और उन्हें कड़ी फटकार लगा दी। यहां पहुंचने पर PWD मंत्री ने देखा कि हाईवे का काम शुरू हुए करीब ढाई साल गुजरने के बाद भी अबतक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है साथ ही काम की रफ्तार अब भी बेहद कम है।
जिसके बाद वह हाईवे निर्माण की बेहद धीमी गति और घटिया निर्माण की शिकायतों को लेकर वहां मौजूद ठेकेदार व अधिकारियों पर भड़क गईं, इस दौरान उन्होंने ठेकेदार को नोटिस देने का निर्देश भी दिया। इतना ही नहीं उपमुख्यमंत्री ने यहां तक कह दिया कि अगर आपको इसी गति से काम करना है तो और किसी जगह पर जाइए, इस स्टेट में तो ऐसा काम नहीं चलेगा। इसके अलावा यह भी कहा कि चलिए आपका तो करना पड़ेगा जो करना पड़ेगा।
हाईवे निर्माण की इस धीमी गति को लेकर दीया कुमारी ने अपना गुस्सा सोशल मीडिया पर भी दिखाया। इस बारे में लिखी एक पोस्ट में उन्होंने ने लिखा, 'प्रदेश की जनता को असुविधा और विकास कार्यों में देरी बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। विकास कार्यों की गति को तेज करना और जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है।'
कुछ इस तरह भड़कीं दीया कुमारी
निरीक्षण करने पहुंची दीया कुमारी ने सबसे पहले वहां मौजूद एक महिला अधिकारी से कुछ जानकारी पूछी, जिसे ना बता पाने पर उन्होंने महिला अधिकारी से कहा, 'ये पहले से तैयारी करके रखते ना आप, ये मेरे सामने देख रहे हो।' फुर उन्होंने पूछा, 'ये काम कब सेंक्शन हुआ था।' जब उन्हें बताया गया कि काम की मंजूरी दिसंबर 2022 में दी गई थी। तो उन्होंने कहा, 'दिसंबर 2022 और अभी हो गया है 2025, और अभी तक लग रहा है मुझे कि यह बहुत ही धीमी गति से चल रहा है और इसकी बहुत सारी शिकायतें आई हैं मेरे पास। इसकी वजह क्या है?'
इसके बाद उन्होंने एक अधिकारी से पूछा कि आप कब से हैं यहां पर? जब अधिकारी ने उन्हें बताया कि वह यहां पर एक साल से है, तो यह बात सुनकर दीया और भड़क गईं। उन्होंने कहा, 'एक साल हो गया और कुछ नहीं किया आपने इस बारे में। इतना स्लो क्यों चल रहा है क्या वजह है इसकी। छोटा पार्ट अगर रूक गया था तो मान लिया कि आप वन विभाग से मंजूरी के लिए इंतजार कर रहे थे। लेकिन जो हिस्सा क्लियर था, उस पर तो काम करते। क्यों नहीं किया।'
जब उन्हें बताया गया कि स्ट्रक्चर का काम चल रहा है, तो वो बोलीं 'क्या स्ट्रक्चर चल रहा है, बिल्कुल ही अधूरा, अभी तो इसमें और दो साल लग रहे हैं।' आगे उन्होंने पूछा, 'कितना टाइम लगेगा अब।' जब अधिकारी ने कहा कि जून-जुलाई तक हो जाएगा, तो जवाब में दीया कुमारी ने कहा, 'नहीं मुझे नहीं लगता कि तब तक काम हो जाएगा। काम बहुत स्लो है। 2022 से लेकर 2025 हो गया, और अब भी बहुत समय लगेगा।' आगे उन्होंने पूछा, 'ठेकेदार को आपने कुछ दिया, तो अधिकारियों ने बताया कि जी मैम नोटिस दिया है।'
नाराज दीया बोलीं- इस स्टेट में यह नहीं चलेगा
इसके बाद वहां पर खड़े ठेकेदार से मुखातिब होते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा, 'कब से चल रहा है काम, इतनी धीमी गति से क्यों चल रहा है।' तब ठेकेदार ने कहा कि मैम कुछ प्रॉब्लम आ गई थी, कुछ लैंड का इश्यू था। तो दीया ने कहा, लैंड का इश्यू यहां था या और कहीं था। तो फिर यहां क्यों स्लो चल रहा है।
आगे दीया ने कहा, नहीं मैं कुछ नहीं जानती हूं, या तो आप करिये, नहीं तो मैं आपको नोटिस थमा रही हूं। समझ गए आप। अगर आपको इसी गति से काम करना है तो और किसी जगह पर जाइए, इस स्टेट में तो ऐसा काम नहीं चलेगा। नहीं मुझे कुछ नहीं सुनना है, ऑलरेडी 2022 से लेकर 2025 हो गया है। अब आप मुझे कह रहे हो जून, और मुझे नहीं लगता है कि तब तक काम पूरा हो पाएगा। मुझे लग रहा है कि कम से कम एक साल और लग जाएगा।'
आगे उन्होंने कहा, 'काम भी बहुत घटिया है, काम की भी बहुत शिकायतें है। चलो आपका तो करना पड़ेगा जो करना पड़ेगा, ये चलेगा नहीं। समझ गए ना आप, ये बिल्कुल नहीं चलेगा।'