Hindi Newsराजस्थान न्यूज़udaipur violence student father said murder was fully planned

मेरा बेटा चला गया, हत्या सोची समझी साजिश; उदयपुर में मारे गए छात्र के पिता का दावा

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच छात्र का अंतिम संस्कार किया गया। छात्र की अंतिम यात्रा में काफी लोग शामिल हुए।

Aditi Sharma लाइव हिन्दुस्तान, एएनआईTue, 20 Aug 2024 02:59 PM
share Share

उदयपुर में एक स्कूल के बाहर चाकूबाजी की घटना में जान गंवाने वाले 15 साल के छात्र का अंतिम संस्कार मंगलवार की सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुआ। पिछले हफ्ते घायल हुए छात्र देवराज ने अस्पताल में चार दिन तक जिंदगी के लिए जूझने के बाद सोमवार को दम तोड़ दिया था। पुलिस ने बताया कि देवराज का शव आज सुबह पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उसका अंतिम संस्कार किया गया। छात्र की अंतिम यात्रा में काफी लोग शामिल हुए। 

इस बीच छात्र के पिता ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा, मुझे इंसाफ चाहिए। मेरा बेटा चला गया है। दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। मैं उसी के लिए जी रहा था। यह हत्या सोच समझी साजिश थी।

वहीं समुदाय के एक सदस्य ने पीड़ित के परिजनों के लिए न्याय की मांग करते हुए कहा, इस हत्या की योजना पहले ही बना ली गई थी। हत्या बेहद क्रूर थी। पीड़िता के पिता वाकई निर्दोष हैं। हमने मुआवजे के रूप में 2 करोड़ की मांग की लेकिन सरकार ने 51 लाख दिए। हम मांग करते हैं कि स्कूल प्रशासन को तुरंत निलंबित किया जाए। चाकू मारे जाने के बाद घायल देवराज का अस्पताल में इलाज चल रहा था। सोमवार को उसके अंतिम सांस लेने से कुछ समय पहले उसकी बहन ने रक्षाबंधन पर उसकी कलाई पर राखी बांधी थी। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा के मद्देनजर शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। शहर में आज सभी सरकारी और निजी स्कूल भी बंद हैं।

पीड़ित छात्र के परिवार की मांगों पर कल रात सहमति बनने के बाद परिवार के सदस्य शव लेने पर राजी हो गए। राज्य सरकार की ओर से पीड़ित परिवार को 51 लाख रुपये का मुआवजा देने, मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में कराने, परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने और परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने का आश्वासन दिया गया है।

बता दें, शुक्रवार को किसी बात को लेकर देवराज पर उसके स्कूल के बाहर एक साथी छात्र ने हमला कर दिया था। घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया।

घटना के विरोध में हिंदू संगठनों के सदस्यों ने एक मोटर गैराज में कुछ कारों को आग के हवाले कर दिया और एक मॉल में दुकान में तोड़फोड़ की थी। घटना के बाद उपजे तनाव को देखते हुए शहर के सभी सरकारी और निजी स्कूल अगले आदेश तक बंद कर दिए गए और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं।

भाषा से इनपुट

अगला लेखऐप पर पढ़ें