थप्पड़बाज नरेश मीणा दोबारा गिरफ्तार, अब आगजनी मामले में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाले नरेश मीणा को अब आगजनी के एक अन्य मामले में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया गया है। पिछले हफ्ते की हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर उन्हें जेल से दोबारा गिरफ्तार किया था।
देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाले नरेश मीणा को अब आगजनी के एक अन्य मामले में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया गया है। पिछले हफ्ते की हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर उन्हें जेल से दोबारा गिरफ्तार किया था।
देवली की एक अदालत ने रविवार को निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा को आगजनी के एक मामले में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उन्हें पिछले हफ्ते की हिंसा के सिलसिले में प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया था। मीना ने 13 नवंबर को देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था।
मतदान के दिन एक एसडीएम को थप्पड़ मारने के आरोप में उन्हें गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए नरेश मीणा को निवाई की न्यायिक मजिस्ट्रेट अंजलि सिंह के समक्ष पेश किया था। मजिस्ट्रेट ने मीणा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने के निर्देश दिए थे।
इस बीच शनिवार को टोंक पुलिस ने आगजनी के एक मामले में नरेश मीणा को फिर से जेल से गिरफ्तार कर लिया और कोतवाली थाने ले आई। पुलिस उपाधीक्षक रघुवीर सिंह भाटी ने कहा कि रविवार को उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया गया।
13 नवंबर को मीणा ने सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया, जब वह देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र के समरावता गांव में चुनाव ड्यूटी पर थे। जब मतदान समाप्त हुआ और पोलिंग पार्टी रवाना होने लगी तो मीणा और उनके समर्थकों ने उन्हें रोकने की कोशिश की।
इस दौरान नरेश मीणा के समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। हिंसक भीड़ ने 26 पुलिसकर्मियों को चोट पहुंचाई। गांव में करीब 60 दोपहिया और 18 चारपहिया वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया। इन घटनाओं के संबंध में मीणा के खिलाफ अब तक चार एफआईआर दर्ज की गई हैं।