Hindi Newsराजस्थान न्यूज़There were more policemen than guests at the wedding of a Dalit bank employee What were the family members afraid of

राजस्थान: बैंक कर्मी की शादी में पहुंचे बाराती से ज्यादा पुलिसवाले, दूल्हा-दुल्हन के घरवालों को क्या था डर?

  • बारात का माहौल देखने पर ऐसा लग रहा था कि वहां बारातियों से ज्यादा पुलिसवाले मौजूद है। इतनी बड़ी संख्या में पुलिस के पहुंचने की वजह थी, दूल्हे और दुल्हन के घरवालों का डर। जानिए क्या था मामला।

Ratan Gupta लाइव हिन्दुस्तान, अजमेरWed, 22 Jan 2025 07:31 PM
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राजस्थान: बैंक कर्मी की शादी में पहुंचे बाराती से ज्यादा पुलिसवाले, दूल्हा-दुल्हन के घरवालों को क्या था डर?

राजस्थान में एक बैंक कर्मचारी की शादी में बड़ी संख्या में पुलिस के जवान पहुंचने की खबर सामने आई है। बारात का माहौल देखने पर ऐसा लग रहा था कि वहां बारातियों से ज्यादा पुलिसवाले मौजूद है। इतनी बड़ी संख्या में पुलिस के पहुंचने की वजह थी, दूल्हे और दुल्हन के घरवालों का डर। आखिर किसका डर था कि घरवालों को खुशी मनाने के लिए भी पुलिस की सुरक्षा का सहारा लेना पड़ा। जानिए पूरा मामला।

घटना राजस्थान के अजमेर की है। शादी का सेहरा बैंक कर्मी विजय रैगर के सिर बंधा था। पेशे से बैंककर्मी विजय की एक पहचान दलित होने की भी है। दरअसल पुलिस बुलाने के तार बीते 20 साल पहले घटी घटना से जुड़े हैं। तब नारायण लाल रैगर की बहन सुनीता की शादी में गांव के कुछ प्रभावशाली वर्ग के लोगों द्वारा आपत्ति जताई गई थी। हालांकि तब भी पुलिस तैनात की गई थी, लेकिन तथाकथित विशेष वर्ग के दबाव के चलते घोड़ी वाला घोड़ी लेकर वहां से भाग गया था।

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इसके बाद वही डर विजय रैगर को और उनके घरवालों को भी सता रहा था। उन्हें डर था कि कहीं उन्हें(दूल्हे) भी घोड़ी पर बैठने का विरोध झेलना पड़ेगा। स्थानीय दबंगों द्वारा किसी भी तरह का तनाव या विवाद पैदा ना हो, इसके लिए दूल्हा-दुल्हन के घरवालों ने पहले से ही पुलिस को बुलवा लिया था। बताया गया कि करीब 75 पुलिसकर्मी की मौजूदगी में बारात को पूरे गांव में घुमाया गया। इसकी वीडियो और फोटो अब सोशल मीडिया पर खूब फैल रही हैं। लोग इसकी चर्चा करते हुए खूब तारीफ कर रहे हैं।

बारात के घूमने के दौरान कई पुलिसकर्मी दूल्हे के आसपास चलते नजर आए। दुल्हन के घर के आसपास बैरिकेड भी लगा दी गई थी। इस मामले पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने कहा कि पुलिस को शिकायत मिली थी, जिसमें साल 2005 की घटना का हवाला दिया गया था, जिसमें दुल्हे को घोड़ी पर बैठने से कुछ दबंगों द्वारा रोक दिया गया था। इसी के चलते शादी समारोह में असामाजिक तत्वों द्वारा किसी भी तरह का गतिरोध ना उत्पन्न किया जाए, इसलिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।

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