राजस्थान में आज भी बादल बरसने के आसार, IMD ने जारी किया येलो अलर्ट; जानिए लोकेशन
राजस्थान के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में बारिश के आसार की संभावना जताई गई है। आईएमडी ने येलो अलर्ट भी जारी किया है। जानिए लोकेशन।
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने आज राजस्थान के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों के कुछ संभागों में बारिश के आसार जताए हैं। वहीं आने वाले दिनों के लिए मौसम के शुष्क रहने का अनुमान लगाया है। इसके साथ ही 17 जिलों के लिए मेघगर्जन या वज्रपात की भी संभावना जताई है। इसके साथ ही बताया कि बीते 24 घंटे में राज्य में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज हुई। इसमें सर्वाधिक वर्षा सेडवा(बाड़मेर) में 42 मिमी दर्ज की गई। वहीं अधिकतम तापमान जैसलमेर और बीकानेर में 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और डूंगरपुर में न्यूनतम तापमान 17.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
राजस्थान के इन हिस्सों में बारिश के आसार
दैनिक वर्षा पूर्वानुमान की बात करें तो आज पूर्वी राजस्थान के जयपुर, भरतपुर, कोटा, उदयपुर संभागों में कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं पश्चिमी राजस्थान की बात करें तो जोधपुर में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। आने वाली 22 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक मौसम विभाग ने मौसम के शुष्क रहने का अंदेशा लगाया है।
आईएमडी ने जारी किया येलो अलर्ट
मौसम से जुड़ी चेतावनी की बात करें तो पूर्वी राजस्थान के अजमेर, चित्तौड़गढ़, दौसा, जयपुर, झुंझुनूं, राजसमंद, सीकर, सिरोही, टोंक और उदयपुर जिलों में मेघगर्जन या वज्रपात की संभावना बनती दिख रही है। वहीं पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, नागौर, और पाली में ऐसी स्थिति देखने को मिल सकती है। इसलिए इन सभी इलाकों के लिए आईएमडी ने येलो अलर्ट जारी किया है। आने वाली 22 अकटूबर से 25 अकटूबर के लिए अभी मौसम विभाग ने कोई चेतावनी जारी नहीं की है।
जानिए राजधानी जयपुर के मौसम का हाल
राजधानी जयपुर में आज आंशिक रूप से बादलों के छाए रहने की संभावना जताई गई है। इसके साथ-साथ कल भी ऐसा ही मौसम बने रहने का अनुमान लगाया गया है। हालांकि इसके बाद 23 अकटूबर से मौसम में हल्का बदलाव देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग ने 23 अकटूबर से लेकर 27 अकटूबर तक आसमान के साफ रहने का अनुमान लगाया है। तापमान की बात करें तो आज जयपुर का अधिकतम तापमान 36 डिग्री रहने का अनुमान है। वहीं न्यूनतम 22 डिग्री तक जाने की संभावना जताई गई है। आने वाले दिनों में भी एक-दो डिग्री के अंतर के साथ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।