झुंझुनू में बनेगा विश्व का पहला संस्कार केंद्र, मैनेजमेंट स्पेशलिस्ट देंगे युवाओं को ट्रेनिंग
राजस्थान में झुंझुनू जिला मुख्यालय के खेमी शक्ति मंदिर परिसर में दुनिया का पहला संस्कार केंद्र खोला जाएगा। यहां देशभर के मैनेजमेंट की पढ़ाई कराने वाले विशेषज्ञों द्वारा बच्चों को संस्कार सिखाए जाएंगे।
राजस्थान में झुंझुनू जिला मुख्यालय के खेमी शक्ति मंदिर परिसर में दुनिया का पहला संस्कार केंद्र खोला जाएगा। यहां पर देशभर के मैनेजमेंट की पढ़ाई कराने वाले विशेषज्ञों द्वारा बच्चों को संस्कार सिखाए जाएंगे। उन्हें बताया जाएगा कि कैसे मारवाड़ी समाज के उद्योगपतियों के परिवार ने जीवन जीया था। कैसे समाज को एकजुटता के सूत्र में पिरोया जा सकता है।
इस केन्द्र में युवाओं को शिक्षा के साथ संस्कार और आध्यात्मिकता का पाठ पढ़ाया जाएगा। इससे वे समाज और देश की तरक्की में भागीदार बन सकेंगे और भारत को फिर से विश्वगुरु बनाने में सहयोग दे सकेंगे। खेमीशक्ति मंदिर परिसर में कुछ दिनों पूर्व संस्कार केंद्र की नींव रखी जा चुकी है। जगदीश प्रसाद झाबरमल टीबड़ेवाल परमार्थ कोष के सौजन्य से संस्कार केंद्र का निर्माण कराया जाएगा। इसके निर्माण और संचालन में खेमी शक्ति मंदिर ट्रस्ट का भी सहयोग रहेगा।
2025 में शुरू होगा संस्कार केन्द्र
ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी रमाकांत टीबड़ेवाल ने बताया कि इस केंद्र के लिए 18 हजार स्क्वायर फीट के दो बड़े हॉल बनाए जाएंगे। 18 हजार स्कवायर फीट एरिया में पार्किंग बनाई जाएगी। इसके साथ ही 5 हजार स्क्वायर फीट के तीन और हॉल भी बनाए जाएंगे। इनके निर्माण पर करीब 30 करोड़ रुपये खर्च होंगे और दो साल में बनकर तैयार होगा। जनवरी 2025 में इसे शुरू कर दिया जाएगा। ट्रस्टी रमाकांत टीबड़ेवाला ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन स्वच्छ भारत, आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के लिए संस्कार केंद्र का निर्माण कराया जा रहा है। इसका उद्देश्य है कि मेरे भारत का बच्चा कैसे संस्कारी बने, जिससे देश फिर से विश्व गुरु हो।