2 करोड़ का कारोबार, असम से जुड़े तार; साइबर ठगों को 10,000 सिम कार्ड देने वाली इनामी महिला गिरफ्तार
साइबर अपराध पर पुलिस का प्रहार लगातार जारी है। इसी क्रम में राजस्थान पुलिस ने साइबर ठगों को फर्जी नाम-पते वाले 10 हजार सिम कार्ड सप्लाई करने की आरोपी महिला को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
साइबर अपराध पर पुलिस का प्रहार लगातार जारी है। इसी क्रम में राजस्थान पुलिस ने साइबर ठगों को फर्जी नाम-पते वाले 10 हजार सिम कार्ड सप्लाई करने की आरोपी महिला को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। पुलिस उससे पूछताछ कर उसके नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
जानकारी के अनुसार, राजस्थान में भरतपुर और डीग जिलों में बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस मेवात क्षेत्र में 'ऑपरेशन एंटीवायरस' चला रही है। इस अभियान के तहत पुलिस को उस समय एक बड़ी सफलता हाथ लगी, जब उसने साइबर ठगों को फर्जी नाम और पते वाले करीब 10 हजार मोबाइल सिम कार्ड सप्लाई करने की आरोपी असम की एक महिला को धर दबोचा।
पुलिस ने महिला पर 10 हजार का रखा था इनाम
पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि लंबे समय से पुलिस को चकमा देकर घरों की छत पर चढ़कर फरार हो जाने वाली मेवात में सिम सरगना के नाम से मशहूर मीना मेव पर दो दिन पहले ही डीग पुलिस ने 10 हजार का इनाम घोषित किया था। पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला से बड़ी संख्या में सिम कार्ड भी बरामद किए गए हैं। वहीं, पाई, गांवड़ी और बामणी गांवों में कार्रवाई के दौरान 10 साइबर ठगों को भी गिरफ्तार किया गया।
असम से लाती थी फर्जी नाम-पते वाले सिम कार्ड
पुलिस के अनुसार, आरोपी महिला मीना मेव मूल रूप से असम की रहने वाली है, जो इस धंधे के कारण गांवड़ी गांव के झब्बू के संपर्क में आई और बाद में उसने झब्बू के साथ शादी कर ली थी। वह असम से फर्जी नाम-पते वाले सिम कार्ड लाकर साइबर ठगों को बेचने का बड़े स्तर पर कारोबार करती है। इसने अलवर, हरियाणा और भरतपुर के मेवात क्षेत्र में साइबर ठगों को अब तक करीब 10 हजार सिम कार्ड की सप्लाई की है। मीना साइबर ठगों को दो हजार रुपये में एक सिम कार्ड बेचती थी। इस हिसाब से वह अब तक करीब 2 करोड़ का कारोबार कर चुकी है।