Hindi Newsराजस्थान न्यूज़why jaisalmer collector tina dabi in trending on social media

जिस टीना डाबी की तस्वीरों पर बरसते हैं लाखों लाइक्स, क्यों भड़क उठे हैं हिंदूवादी

राजस्थान के जैसलमेर की कलेक्टर टीना डाबी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। सोशल मीडिया पर उनकी खूब चर्चा हो रही है। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल साइट्स पर उन्हें खूब पसंद किया जाता है।

Sudhir Jha लाइव हिन्दुस्तान, जैसलमेरThu, 18 May 2023 02:52 PM
share Share

आईएएस अधिकारी और राजस्थान के जैसलमेर की कलेक्टर टीना डाबी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। सोशल मीडिया पर उनकी खूब चर्चा हो रही है। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल साइट्स पर लाखों फैंस वाली टीना अचानक हिंदूवादियों के निशाने पर आ गई हैं। गुरुवार को लगातार दूसरे दिन वह ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में रहीं। अधिकतर लोग उनके उस फैसले को लेकर आलोचना कर रहे हैं जिसके तहत पाकिस्तान से आए कुछ हिंदुओं का घर तोड़ दिया गया है। कई लोग उन्हें हिंदू विरोधी तक कह रहे हैं।

हिंदूवादी नेता और अपने बयानों को लेकर विवादों में रहने वाली साध्वी प्राची ने टीना पर अपना आक्रोश जाहिर किया। साध्वी प्राची ने ट्विटर पर लिखा, 'हम हिंदुओं के लिए न्याय चाहते हैं। टीना डाबी को शर्म आनी चाहिए।' अरुण यादव नाम के शख्स ने लिखा, 'पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ अन्याय हुआ और वही अन्याय आज उन्हें राजस्थान में सहन करना पड़ रहा है। वो रहें तो कहां रहें , एक आश के साथ वो आए थे।  उन्होंने बहुत कुछ झेला है , बहुत कुछ खोया है। आज फिर से मेरे हिन्दू भाइयों को बेघर कर दिया तूने। शेम ऑन टीना डाबी।' 

दरअसल, जैसलमेर में मंगलवार को प्रशासन ने कुछ अतिक्रमण हटाए थे जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है। यहां कुछ पाक विस्थापित हिंदू परिवार घर बना रहे थे। कलेक्टर टीना डाबी के मुताबिक, इन लोगों को नोटिस देकर अतिक्रमण हटाने को कहा गया था। इस जमीन को यूआईटी और तलाब बहाव क्षेत्र का हिस्सा बताया गया है। मंगलवार को प्रशासन के बुलडोजर ऐक्शन के दौरान यहां जमकर हंगामा हुआ। विरोध में पत्थरबाजी भी हुई। प्रशासन की कार्रवाई के बाद भाजपा ने गहलोत सरकार की घेराबंदी शुरू कर दी। यह राजनीतिक मुद्दा बन गया।

इस बीच टीना डाबी ने कहा है कि उन्होंने पाक विस्थापित परिवारों से बातचीत की है और उनकी मांग के मुताबिक जल्द ही उन्हें जमीन आवंटित किया जाएगा। डाबी ने कहा है कि जिन लोगों को भारतीय नागरिकता मिली है उन्हें जमीन आवंटन के लिए सर्वे टीम बनाई गई है। उन्होंने यह भी कहा है कि जिन्हें नागरिकता नहीं मिली है, उन्हें अस्थायी तौर पर रहने के लिए जगह दी जाएगी।

अगला लेखऐप पर पढ़ें