गुजरात में क्यों हारी कांग्रेस, जयराम रमेश ने बताईं चार वजहें, गहलोत-पायलट की खींचतान पर भी बोले
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोमवार को बताया कि गुजरात चुनाव में कांग्रेस क्यों बुरी तरह पराजित हुई। 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल जयराम रमेश ने इसकी चार वजहें बताई हैं। आप भी जानें...
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोमवार को बताया कि गुजरात चुनाव में कांग्रेस क्यों बुरी तरह पराजित हुई। 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल जयराम रमेश ने बूंदी जिले के लबान गांव में संवाददाताओं से बातचीत में गुजरात विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर कहा- गुजरात में पार्टी की हार के कई कारण हैं। एक तो यह कि गुजरात में कांग्रेस तीन पार्टियों के 'गठबंधन' के खिलाफ लड़ रही थी। पहली भाजपा, दूसरी 'आप' और तीसरी एआईएमआईएम... यह तीनों का 'अनौपचारिक गठबंधन' था। 'आप' और एआईएमआईएम का एक ही मकसद था-कांग्रेस का वोट काटना जिसमें वे सफल रहे। हमारा वोट प्रतिशत 40 प्रतिशत से घटकर 27 प्रतिशत रह गया।
जयराम रमेश ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के नतीजों पर भी गौर करिए। उपचुनाव के परिणाम भी देखिए। राजस्थान उपचुनाव में कांग्रेस की जीत का अंतर दोगुना हुआ है। छत्तीसगढ़ का उपचुनाव देखिए। सिर्फ गुजरात के चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री बार-बार कहते रहते हैं कि गुजरात में यह हुआ, गुजरात में यह हुआ... जबकि गुजरात में इन चुनाव परिणामों के कई कारण हैं।
जयराम रमेश ने आगे कहा- हमारे लिए नतीजे बेहद निराशाजनक रहे हैं। गुजरात में हार का दूसरा कारण यह है कि राज्य और केंद्र सरकार की सारी संस्थाएं भाजपा की मदद करने में लगी थीं। हमने इस बारे में निर्वाचन आयोग में कई शिकायतें कीं, लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई। तीसरा कारण चुनाव खर्च है। कांग्रेस से तुलना करें तो भाजपा चुनाव प्रचार में आठ-नौ गुना अधिक खर्च कर रही थी। हमारे संगठन में भी कमियां थीं। हम 2017 जितने आक्रामक नहीं रहे। हमें धक्का लगा है।
इसके साथ ही जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा- प्रधानमंत्री मोदी केवल गुजरात चुनाव के नतीजों की बात इसलिए करते हैं, ताकि वह दूसरे चुनावों के परिणामों से ध्यान भटका सकें। हिमाचल में प्रधानमंत्री ने दस रैलियां कीं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हिमाचल के हैं... केंद्र सरकार के सूचना व प्रसारण मंत्री हिमाचल के हैं। प्रधानमंत्री हिमाचल की बात नहीं करते, जबकि हिमाचल में उनका वोट शेयर पांच प्रतिशत घटा है ... प्रधानमंत्री सिर्फ गुजरात की बात करना चाहते हैं।
इसके साथ ही रमेश ने देश में बढ़ती बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों पर निशाना साधा। उन्होंने इस संबंध में राज्य की अशोक गहलोत सरकार की दो महत्वाकांक्षी योजनाओं इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना और चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की सराहना की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच खींचतान से जुड़े सवाल पर रमेश ने कहा कि हम एक हैं। एक संगठन के सदस्य हैं। 'भारत जोड़ो यात्रा' से नया माहौल बना है। राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में कहा था कि दोनों (गहलोत और पायलट) हमारे लिए 'एसेट' हैं। संगठन को दोनों की जरूरत है।